विभाग की ओर से इन नियुक्तियों को रोके रहने के लिए कहे जाने के बावजूद उन्होंने यह नियुक्तियां कीं …अतीत में भी गणपति के द्वारा की गई नियुक्तियों में ढेर सारी विवादास्पद रही हैं। नवम्बर, 2016 में उनके द्वारा 80नियुक्तियां की गईं, जिनपर संदेह है। विभाग की ओर से इन नियुक्तियों को रोके रहने के लिए कहे जाने के बावजूद उन्होंने यह नियुक्तियां कीं। इसके अगले ही महीने एस सरवन कुमार को स्कूल आफ मैनेजमेंट स्टडीज का निदेशक बनाए जाने पर भी कई सवाल उठे थे।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियमानुसार पांच साल तक बतौर प्रोफेसर सेवा दे चुके व्यक्ति की ही निदेशक के रूप में नियुक्ति की जा सकती है। सरवन कुमार एक सहायक प्रोफेसर थे। विश्वविद्यालय की ओर से यह कहते हुए उनकी नियुक्ति की गई कि उनके अनुभव को ध्यान में रखा गया है।इसी बीच भारतियार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. षण्मुगपेरूमल सिवासुब्रमणियन का कहना है कि कुलपति शिक्षा की गुणवत्ता पर कम ही ध्यान देते हैं। । उन्होंने आरोप लगाया कि कुलपति की नियुक्ति में 3 से 80 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। हालांकि भ्रष्टाचार के आरोपी ए गणपति की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि यह अच्छे दिनों का संकेत है।
नियुक्तियां रद्द करने की मांग
इसी बीच भारतीयार विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों ने कलक्टर हरिहरन से मुलाकात की और भ्रष्टाचार के आरोपी कुलपति प्रोफेसर ए. गणपति के कार्यकाल के दौरान हुई नियुक्तियों को रद्द करने की मांग की।कलक्टर को सौंपे ज्ञापन में विद्यार्थियों ने कहा कि उन्होंने एक साल पहले भी प्रोफेसरों व स्टाफ की नियुक्तियों में अनियमितता का मामला मंत्रियों व संबंधित सरकारी अधिकारियों के समक्ष उठाया था लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब भ्रष्टाचार के आरोप में उनकी गिरफ्तारी के बाद यह साबित हो गया कि नियुक्तियों में धांधली हुई है। ऐसे में आवश्यक है कि उनके कार्यकाल में हुई नियुक्तियों को रद्द करते हुए मेरिट के आधार पर नियुक्ति की जाए। विद्यार्थियों का कहना था कि मानव संसाधन विभाग की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए और दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जमानत याचिका पर सुनवाई आज
कोयम्बत्तूर. भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम विशेष अदालत गुरुवार को भ्रष्टाचार के आरोपी भारतीयार विश्वविद्यालय के कुलपति ए गणपति की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी। मंगलवार को जब सुनवाई के लिए मामला आया तो जज जॉन मिनो ने सुनवाई गुरुवार के लिए मुकर्रर की। इसी बीच माना जा रहा है कि गणपति के कार्यकाल में हुई कुल 80नियुक्तियों की जांच हो सकती है।