पार्टी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में इस बैठक की पुष्टि की गई। पत्रकारों से बातचीत में रवि ने कहा किसी सिनेमा समारोह के दौरान उन्होंने नयनतारा के खिलाफ टिप्पणी की थी। टिप्पणी के बाद मैं माफी मांगने के लिए भी तैयार था पर डीएमके ने मुझे पार्टी से बाहर कर दिया। साथ ही उन्होंने फिल्म एसोसिएशन के चुनाव में हस्तक्षेप करने को लेकर डीएमके की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही मैंने एआईएडीएमके में फिर से शामिल होने का विचार बनाया।
उल्लेखनीय है कि इस साल मार्च में नयनतारा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में रवि को डीएमके से बाहर किया गया था। डीएमके महासचिव के. अन्बझगन ने एक विज्ञप्ति जारी कर राधारवि को पार्टी की सदस्यता समेत सभी पदों से निलंबित करने की जानकारी दी थी। इससे पहले वर्ष २००० में किसी बात को लेकर हुए मतभेद की वजह से रवि डीएमके छोड़ कर एआईएडीएमके में शामिल हुए थे।
वर्ष २००१ के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सईदापेट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और सफल हुए। उसके बाद २००६ में उनको नामांकित नहीं किया गया तो वे डीएमके में चले गए और वापस २०१० में एआईएडीएमके में शामिल हो गए लेकिन राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जे.जयललिता के निधन और राजनीति में पहले जैसे सक्रिय नहीं होने के कारण वर्ष २०१७ में उन्होंने फिर से डीएमके में वापसी कर ली थी।