चेन्नई. तमिलनाडु में 1 जनवरी और 15 जनवरी के बीच औसतन 11.4 मिमी वर्षा होती है। हालांकि राज्य भर में प्राप्त वास्तविक वर्षा के आंकड़ों के आधार पर, तमिलनाडु में 15 दिनों के लिए औसत 133.6 मिमी बारिश हुई है। 1 जनवरी से तमिलनाडु के जिलों में, तिरुपुर में सामान्य वर्षा की तुलना में लगभग 2000 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जबकि जनवरी के दौरान 4.9 मिमी की सामान्य औसत वर्षा के मुकाबले 102.8 मिमी वर्षा हुई है। इसी तरह, करूर जिले में जनवरी में सामान्य औसत बारिश 6 मिमी के मुकाबले 108.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
कावेरी डेल्टा जिलों और दक्षिणी तमिलनाडु में पिछले एक सप्ताह से भारी वर्षा हो रही है, जिससे कई बाँध अपने पूर्ण रूप से भर चुके हैं। तिरुवरूर जिले में 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच 354.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई जबकि इसी अवधि में तिरुनेलवेली जिले में 354.4 मिमी वर्षा हुई। नागपट्टिनम जिले में 290 मिमी और कडलूर जिले में 281 मिमी वर्षा हुई। तंजावुर जिले में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक 259.5 मिमी बारिश हुई। रामनाथपुरम जिले में 222.4 मिमी बारिश हुई।
निजी मौसम ब्लॉगर प्रदीप जॉन के अनुसार, 14 जनवरी तक तिरुनेलवेली की 317.5 मिमी, जो 120 वर्षों में जनवरी के महीने में जिले में दर्ज की गई सबसे अधिक वर्षा है। इसी तरह, 14 जनवरी तक तुतुकुडी की 123.7 मिमी बारिश जिले में 120 वर्षों के इतिहास में दर्ज की गई आठवीं सबसे अधिक वर्षा है। 14 जनवरी तक कडलूर जिले की वर्षा पिछले 120 वर्षों में दूसरी सबसे अधिक हुई बारिश है और तिरुवरूर जिले में, पिछले 120 वर्षों की अवधि में दर्ज की गई वर्षा की मात्रा दूसरी सबसे अधिक है।
तिरुनेलवेली में सामान्य जीवन बाधित
तिरुनेलवेली में तम्बीरानी नदी में पानी की आवक बढ़ गई है। तिरुनेलवेली के जिला कलक्टर वी.विष्णु ने कहा कि आखिरी बार 1992 में नदी अपने बहाव में बह गई थी। तम्बीरानी की वहन क्षमता लगभग 60,000 क्यूसेक है और आज तक, यह 22,000 क्यूसेक तक आ गई है। । पहले से ही 721 लोगों को निकाला और पापनासम और मणिमुथारू बांधों से पानी छोड़ने से पहले उन्हें आश्रय में भेज दिया और इसलिए वहां कोई जान नहीं गई। जिले में वर्तमान में 26 आश्रय संचालित किए जा रहे हैं।
तुतुकुडी में शहर की सीमा के अंदर कई इलाकों में निचले स्तर पर स्थित होने के कारण बाढ़ की सूचना मिली। तुतुकुड़ी के जिला कलक्टर के सेंथिलराज ने बताया कि जिले में किसी भी तरह के जान या माल की क्षति नहीं हुई है। हमने नदी के किनारे से लगभग 1,500 लोगों को निकाला है और उन्हें आश्रय स्थलों में रखा है। कोई जीवन क्षति या गंभीर संपत्ति क्षति नहीं है। उन्होंने कहा कि नदी के किनारे पानी घुसने की सूचना मिली है। सेंथिलराज ने कहा, पानी के प्रवाह के लिए कोई उचित ढाल नहीं है। इसलिए पानी को बाहर निकालने के लिए लगभग 175 पानी के पंपों की व्यवस्था की है और लगभग 35 पानी के टैंकर लॉरियों को भी पानी बाहर निकालने और समुद्र में ले जाने के लिए लगाया गया है।
बांध का स्तर
तिरुनेलवेली जिले में दो बड़े बांध हैं मणिमुथारु और पापनासम और चार छोटे बांध हैं। तुतुकुडी में दो चेक बांध हैं श्रीविकुंडम और मरुधुर। शुक्रवार दोपहर 1 बजे तक तक मणिमुथारू बांध अपने पूर्ण जलाशय स्तर 118 फीट पर और पापनासम 142 फीट के पूर्ण जलाशय स्तर के मुकाबले 142.2 फीट तक भर गया है।