एक यात्री प्रभु कहते हैं कि टीनगर सिर्फ कहने को स्मार्ट है, जबकि यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। यातायात जाम, जलजमाव और पार्किंग की समस्या यहां की नियति बन गया है। जब एमटीसी बसों के लिए माकूल पार्किंग नहीं है तो बाजार में खरीददारी करने आए लोगों को पार्किंग कहां से मिलेगी।
वज्जुलाह रोड निवासी आर गौतमन के अनुसार टीनगर सिर्फ नाम का स्मार्ट सीटी है, यहां लोगों के घर में कॉर्पोरेशन का पानी भी सहज नहीं पहुंच पाता है, टीनगर वासी प्राइवेट टैंकर से पानी मंगाने को विवश हैं। उनका कहना था कि पिछले कई सालों से टीनगर बस टर्मिनस और माम्बलम बस टर्मिनस को जोडऩे की बात चल रही है। लेकिन अभी तक कोई काम शुरू ही नहीं हुआ, टीनगर बस टर्मिनस से सैकड़ों गंतव्य के लिए बसों का संचालन होता है लेकिन व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है। टर्मिनस के अंदर बसों को आगे-पीछे करने में चालकों को दिक्कतें आती है ऐसे में टीनगर को स्मार्ट सीटी कहना बेईमानी है।