उन्होंने कहा कि हाल ही रामदास ने पार्टी पर आधारित एक बुक लांच की थी जिसमें उन्होंने एआईएडीएमके सरकार की निंदा की थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री स्व.जे.जयललिता को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया था। लगातार पार्टी और नेताओं की निंदा करने के बाद भी पीएमके ने एआईएडीएमके के साथ हाथ मिला लिया जो कि सही नहीं है। उन्होंने कहा वर्ष २००९ में भी एआईएडीएमके और पीएमके साथ थी जब राज्य की जनता ने इनको पराजित कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सात लोकसभा और एक राज्य सभा सीट पर ही सिर्फ समझौता नहीं हुआ है बल्कि उसके पीछे कई अन्य कारण भी हैं जो समय आने पर सामने आएंगे।