पत्रकार वार्ता में साहू ने कहा कि कन्याकुमारी संसदीय सीट, जहां पर बहुत से लोगों ने मतदान सूची में नाम नहीं होने की शिकायत की थी, पर फिर से चुनाव कराने की सिफारिश नहीं मिली है। जिला कलक्टर और उपकलक्टर से अब तक इस बाबत किसी प्रकार की रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने के बाद पुनर्मतदान कराने को लेकर सिफारिश की जाएगी। उन्होंने कहा पुनर्मतदान की सिफारिश की गई है लेकिन इसका निर्णय चुनाव आयोग करेगा।
जिला चुनाव अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है मिलने पर रिपोर्ट को भारत निर्वाचन आयोग के मुख्यालय भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि शनिवार को सत्यब्रत साहू को सौंपी गई एक याचिका में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने पीएमके पर मतदान केंद्रों पर कब्जा जमाने का आरोप लगाया था। डीएमके राज्यसभा सांसद आर.एस. भारती ने कहा कि एक मतदाता ने गुरुवार को दावा किया था कि उसने नाथमेडु मतदान केंद्र में छह बार वोट डाला।
इस दावे को साबित करने के लिए डीएमके के पास सबूत के तौर पर वीडियो भी है। फर्जी मतदाताओं के साथ अधिकारियों की सांठगांठ थी। मतदान केंद्रों पर लगे कैमरों में फर्जी मतदाताओं की वीडियो रिकॉर्डिंग भी नहीं हुई। ऐसे हालात को देखते हुए इन मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने की जरूरत है।