महाबलीपुरम में स्टूडियो की दुकान चला रहे वेंकटरामन मोदी-जिनपिंग की भेंटवार्ता से गौरव का अनुभव कर रहे हैं। उनका नजरिया है कि इस वार्ता के बाद पर्यटन परवान चढ़ेगा और विदेशी सैलानियों की तादाद बढ़ेगी। वे मोदी और चीन के राष्ट्रपति के महाबलीपुरम आने को गर्व का विषय मानते हैं।
पर्यटकों के गाइड वरदराजन जिनको हिन्दी भाषी का भी ज्ञान हैं इस शिखर वार्ता से बड़े ही रोमांचित नजर आए। वे चीन और महाबलीपुरम के बीच सातवीं सदी में फले-फूले कारोबार का जिक्र करते हैं। साथ ही उन पुरातत्व विशेष के स्थलों की भी जानकारी देते हैं जिनके दीदार पीएम मोदी और जिनपिंग करने वाले हैं।
Sea Shore Temple के पास हस्तशिल्प कृतियां बेचने वाले शाहजहां बड़े ही प्रफुल्लित थे। वे हाथ जोड़कर Prime Minister Narendra Modi का शुक्रिया अदा करते हैं कि उनकी वजह से आज महाबलीपुरम की कायापलट हुई है। उनकी मानें तो इतना स्वच्छ महाबलीपुरम उन्होंने गत २५ सालों में नहीं देखा। पुलिस सुरक्षा और पाबंदियों की वजह से बिक्री प्रभावित होने की उनको चिंता नहीं है। वे कहते हैं कि अब जब महाबलीपुरम का नाम विश्व के हर कोने में पहुंच चुका है तो कारोबारी निश्चित रूप से बढ़ेगी।