पुलिस के अनुसार इमाम का सहयोगी गिरफ्त में आने के बाद उसने कहा कि उसके जीजा का बदला लिया है। मृतक दो साल बाद पुदुचेरी में रहकर रविवार को चेन्नई आया था। घर पहुंचने के कुछ घंटे बाद उसे मौत के घाट उतार दिया।
आदतन अपराधी था तमिलअरसी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इमाम और उसके सहयोगियों ने चिंताद्रीपेट के पडवत्तमर कोविल स्ट्रीट निवासी तमिल उर्फ तमिलअरसी को मौत के घाट उतार दिया। तमिल हिस्ट्रीशीटर है और उसपर हत्या का मामला भी दर्ज है।
दो साल बाद आया था चेन्नई
दरअसल तमिल अरसी पिछले कुछ सालों से पुदुचेरी में रहता था। उसका परिवार चेन्नई में रहता था लेकिन वह उनसे मिलने कभी नहीं आता था। पुदुचेरी में पेंटर का काम करता था। करीब दो साल बाद रविवार को वह अपने परिजनों से मिलने आया। रविवार देर शाम को वह घर के बाहर खड़ा था उसी दौरान दो बाइक पर सवार तीन युवक वहां आए और मौके का फायदा उठाकर उसपर धारदार हथियार से वार कर फरार हो गए।
मौके पर हुई मौत
अज्ञात युवकों के हमला के बाद युवक रक्तरंजित हालत में जमीन पर गिर गया और चिल्लाने लगा। उसकी चीख-पुकार सुनकर उसके परिजन और पडोसियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो चुकी थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएच भेजा गया।
1998 में हुई हत्या का लिया बदला
तमिल और उसके सहयोगियों ने वर्ष १९९८ में बॉम्बे शशि नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। जैसे-जैसे इमाम बड़ा हुआ वैसे उनके सीने में बदले की आग धधकने लगी। हत्या के बाद तमिल जेल में रहा और जेल से बाहर आने के बाद पुदुचेरी में रहने चला गया। लेकिन इमाम के मन में बदले की आग अब भी शांत न हुई।
पुदुचेरी से तमिल के चेन्नई आने की खबर लगते ही इमाम के दिल में जाजा की हत्या का दुख सताने लगा। इमाम ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तमिल की हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया। इमाम का सहयोगी जॉनशन (३०) को गिरफ्तार कर लिया है। इमाम और उसके सहयोगियों की तलाश की जा रही है।