शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन राज्य के सहयोगी मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी सहित विपक्ष के अन्य नेता मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद स्टालिन ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष एम अप्पावू और उनके कैबिनेट सहयोगियों से उनका परिचय करवाया।
पत्रकारों से बात करते हुए रवि ने समृद्ध संस्कृति और परंपरा वाले तमिलनाडु के राज्यपाल बनने पर खुशी व्यक्त की। रवि ने कहा कि वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए संविधान का पालन करेंगे और लोगों के विकास के लिए काम करेंगे। पटना में जन्मे रवि ने भौतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन की है और भारतीय पुलिस सेवा में आने से पहले नई दिल्ली में एक पत्रकार के रूप में उनका एक छोटा सा कार्यकाल रहा है।
केरल कैडर के अधिकारी के रूप में उन्होंने केंद्रीय जांच ब्यूरो और खुफिया ब्यूरो के साथ भी काम किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत एनडीए सरकार ने उन्हें 2014 में नागाओं के साथ शांति वार्ता के लिए वार्ताकार और 2018 में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था। उन्हें 2019 में नागालैंड के राज्यपाल के रूप में भी तैनात किया गया था।
रवि ने दक्षिण एशिया में मानव प्रवास की गतिशीलता में विशेषज्ञता हासिल की थी और सीमावर्ती आबादी के राजनीतिक समाजशास्त्र पर बड़े पैमाने पर काम किया था। उन्होंने देश की खुफिया जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के साथ भी समन्वय किया था।
अभी पिछले हफ्ते, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी रवि को राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया था। पूर्व में रवि नागालैंड के राज्यपाल थे।