केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने गुरुवार को एक बयान में यह जानकारी दी। सीबीडीटी ने बयान में कहा, छापेमारी की कार्रवाई बुधवार को शुरू हुई और दूसरे दिन 175 करोड रुपए के अघोषित आय का पता चला है। अधिकारियों ने इन परिसरों से तीन करोड रुपए नगदी बरामद की गई है। बरामद की गई तीन करोड़ रुपए नगदी विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के बीच वितरित किया जाना था जिसकी खुफिया जानकारी मिली थी।
बयान में कहा गया है, कारोबारी समूह लाभ कम करने के लिए विभिन्न प्रमुखों के तहत फर्जी खर्चों की बुकिंग कर रहा है। घोषित लाभ टर्नओवर के 2 प्रतिशत से कम थे, जब वास्तविक खातों में लाभ 20 प्रतिशत से अधिक था। इसी तरह अवैध भुगतानों को पूरा करने और संपत्ति की खरीद के लिए 100 से अधिक उप-ठेकेदारों का सहारा लिया। पेश किए गए इन उप-ठेकेदारों ने एक ही आईपी एडे्रस से आय का रिटर्न दाखिल किया था और पहली बार था। कुल 175 करोड़ रुपये की गुप्त रखी गई आय का अब तक पता चला है और तीन करोड नगदी भी जब्त की गई है।