सहोदरी करेगा मधुमेह पीडि़त महिलाओं की मदद
कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन ने दुनियाभर की मधुमेह पीडि़त महिलाओं की मदद के लिए ‘सहोदरीस’ नामक पहल की शुरुआत की। सहोदरी के उद्घाटन समारोह के दौरान वहां वीएचएस के सचिव डॉ. सुरेश, टीएजी-वीएचएस एण्डोक्रिनोलॉजी एवं मधुमेह अनुसंधान केंद्र

चेन्नई।कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन ने दुनियाभर की मधुमेह पीडि़त महिलाओं की मदद के लिए ‘सहोदरीस’ नामक पहल की शुरुआत की। सहोदरी के उद्घाटन समारोह के दौरान वहां वीएचएस के सचिव डॉ. सुरेश, टीएजी-वीएचएस एण्डोक्रिनोलॉजी एवं मधुमेह अनुसंधान केंद्र की विभागाध्यक्ष डॉ. उषा श्रीराम, रोटरी आईटी सिटी चेन्नई के अध्यक्ष बालाजी एवं सुमैदांगी फाउंडेशन की संस्थापिका जयलक्ष्मी मौजूद थीं। इस पहल पर प्रकाश डालते हुए डॉ. उषा श्रीराम ने कहा कि मधुमेह पीडि़त महिलाओं के लिए सहोदरीस सस्ती दर पर इलाज मुहैया कराएगा।
इससे मधुमेह पीडि़त महिलाओं को एक साल के लिए मुफ्त देखभाल की सुविधा प्राप्त होगी। साल के अंत तक उनमें मधुमेह की अच्छी समझ विकसित हो जाएगी और अपना मधुमेह नियंत्रित करने में वे स्वयं सक्षम हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े तबके की महिलाओं में मधुमेह की समस्या तेजी से फैल रही है। कई बार मधुमेह के चलते इन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
जल्लीकट्टू के आयोजन को लेकर एडब्ल्यूबीआई ने रखी शर्त
भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) के चेयरमैन एसपी गुप्ता ने राज्य सरकार से पारम्परिक खेल जल्लीकट्टू के आयोजन पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने शनिवार को मुख्यमंत्री पलनीस्वामी से मुलाकात कर यह मांग की।
हालांकि एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने मदुरै के तीन गांवों में जल्लीकट्टू के आयोजन को लेकर घोषणा की थी। एसपी गुप्ता ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार जल्लीकट्टू के आयोजन को लेकर पूरी जानकारी मुहैया कराए ताकि निरीक्षण कमेटी पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके। गुप्ता ने बोर्ड का पक्ष रखते कहा कि बोर्ड जल्लीकट्टू के आयोजन के खिलाफ नहीं है बल्कि पशुओं पर होने वाले कू्रर व्यवहार के खिलाफ है।
बोर्ड हमेशा से ऐसे कृत्यों का विरोध करता है और ऐसा करने वालों के खिलाफ रहा है और आगे भी रहेगा। गुप्ता ने राज्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड को ओर मजबूत करने के लिए प्रत्येक जिले में सोसायटी फॉर प्रीवेंशन ऑफ क्रूएल्टी टू एनीमल्स (एसपीसीए) गठन करने का निर्देश दिया था।
इससे पहले सरकार से राज्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड और एसपीसीए का विवरण देने को कहा था। गुप्ता ने बेसहारा जानवरों के लिए शेल्टर बनाने समेत १३ एजेंडों पर चर्चा की जिसमें जल्लीकट्टू के आयोजन मामला भी शामिल था। उन्होंने कहा गांव, कस्बा, शहरों में जानवरों के लिए शेल्टर की व्यवस्था होनी चाहिए और स्थानीय निकाय इन जानवरों के लिए खाना, पानी और मेडिकल सुविधाओं का प्रबंध करेंगे। प्रत्येक जिले में एसपीसीए का गठन करने पर भी चर्चा हुई।
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