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सरकार पशुपालकों को देगी 12 हजार दुघारू गायें व 6 लाख भेड़-बकरियां

locationचेन्नईPublished: Mar 15, 2018 08:44:51 pm

सरकार पशुपालकों को देगी 12 हजार दुघारू गायें व 6 लाख भेड़-बकरियां -मुर्गी पालन विकास के लिए 50 करोड़ -रानीपेट का इन्स्टीट्यूट आफ वेटेरिनरी प्रिवेन्

सरकार पशुपालकों को देगी 12 हजार दुघारू गायें व 6 लाख भेड़-बकरियां

सरकार पशुपालकों को देगी 12 हजार दुघारू गायें व 6 लाख भेड़-बकरियां

चेन्नई. राज्य सरकार 2018-19 में 1.5 लाख लोगों को 12 हजार दुधारू गायें एवं 6 लाख भेड़ व बकरियां देंगी। इसके लिए बजट में 248.58 करोड़ रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही मुर्गी पालन विकास के लिए 50 करोड़ रुपए तथा चारा विकास योजना के तहत 25 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य सरकार जरूरतमन्द लोगों को दुधारू गाय, भेड़ व बकरी नि:शुल्क वितरण योजना को जारी रखेगी। वर्ष 2011 से अब तक इस योजना से 75,398 महिलाएं लाभान्वित हुई है जिन्हें दुधारू गाय दी गई है। वहीं 8.71 लाख गरीब परिवारों को 34.85 लाख भेड़ व बकरियां दी गई हैं। ग्रामीण इलाकों में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशु चिकित्सा संबंधी सेवाओं की गुणवत्ता एवं उपलब्धता को मजबूत बनाया जाएगा। वर्ष 2018-19 में एक सौ सब-सेन्टर्स को पशु चिकित्सा डिस्पेंसरी में अपग्रेड किया जाएगा। रानीपेट के इन्स्टीट्यूट आफ वेटेरिनरी प्रिवेन्टिव मेडिसिन को 10 करोड़ की लागत से अपग्रेड किया जाएगा।
आविन केन्द्र से प्रतिदिन दूध संसाधित प्रक्रिया में इजाफा हुआ है। जहां वर्ष 2011 में प्रतिदिन 32.57 लाख लीटर दूध संसाधित किया जाता है जो वर्ष 2017 में प्रतिदिन 43.36 लाख लीटर तक पहुंच गया। आविन के कई उत्पाद आमजन के बीच अपनी जगह बना चुके हैं। नाबार्ड डेयरी डवलपमेन्ट फंड से 500 करोड़ रुपए ऋण लेकर डेयरी के आधारभूत ढांचे को और मजबूत बनाया जाएगा। पशुपालन के लिए 1227.69 करोड़ रुपए इस वित्तीय वर्ष में रखे गए हैं। डेयरी सेक्टर के लिए बजट में वर्ष 2018-19 के लिए 130.82 करोड़ स्वीकृत किए हैं।
कौशल विकास के लिए वर्ष 2018-19 के लिए तमिलनाडु कौशल विकास मिशन के लिए धनराशि 150 करोड़ से बढ़ाकर 200 करोड़ रुपए कर दी गई है। अन्य योजनाओं के माध्यम से भी प्रदेश के करीब दो लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। विदेश में रोजगार प्राप्त करने के इच्छुक युवाओं के लिए भी ओवरसीज मैनपावर कार्पोरेशन की ओर से कौशल प्रशिक्षण को लेकर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।रानीपेट के इन्स्टीट्यूट आफ वेटेरिनरी प्रिवेन्टिव मेडिसिन को 10 करोड़ की लागत से अपग्रेड किया जाएगा।

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