अभिभावकों को करना होगा तय बच्चे किस माध्यम से ले शिक्षा
चेन्नईPublished: Apr 23, 2020 02:55:31 pm
यह आदेश मंगलवार को स्कूल शिक्षा सचिव बी. राजशेखर ने जारी किया।
Teachers teaching government school students online
नेल्लोर.राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्रों के माता-पिता अपने बच्चों को 2020-21 शैक्षणिक वर्ष में किस माध्यम से पढ़ाना चाहते हैं,राज्य सरकार ने यह जानने का निर्णय लिया है। स्कूल शिक्षा आयुक्त से कहा गया है कि वह 2019-20 के स्कूल वर्ष में सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक के छात्रों के अभिभावकों के विचारों को जानकर उच्च अधिकारी को इस बारे में रिपोर्ट करें। यह आदेश मंगलवार को स्कूल शिक्षा सचिव बी. राजशेखर ने जारी किया। सरकार ने पहले सार्वजनिक स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब छात्रों को बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए 2020-2021 स्कूल वर्ष से छठी कक्षा तक अंग्रेजी माध्यम शुरू करने का फैसला किया था। इसी के साथ ही सभी स्कूलों में तेलुगु को भी अनिवार्य विषय बना दिया गया था।कुछ लोगों ने सरकार के आदेशों के खिलाफ अदालत में अपील की थी। अदालत ने फैसला दिया कि माता-पिता को यह तय करने का अधिकार है कि उनके बच्चों को किस माध्यम से पढ़ना चाहिए।