इस संबंध में मुख्यमंत्री ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि प्रदर्शन उग्र होने पर पुलिस को यह कार्रवाई करनी पड़ी। महानगर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए साढ़े तीन हजार पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई। डीजीपी व सचिवालय, पुलिस आयुक्त कार्यालय, कोयम्बेडु बस स्टैंड, मुख्यमंत्री आवास, मरीना बीच समेत महानगर के कई प्रमुख इलाकों में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।
विभिन्न राजनीतिक दल व संगठन के लोगों ने वल्लुवरकोट्टम, सचिवालय, डीजीपी ऑफिस के पास प्रदर्शन करने की कोशिश की पर पुलिस ने समय रहते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। महानगर में करीब ३१ जगहों पर लोगों ने सडक़ पर ***** जाम किया और विरोध प्रदर्शन किए। इस मामले में २०९३ पुरुष और १५२ महिलाओं को गिरफ्तार किया। सभी को देर रात रिहा कर दिया गया।
तुत्तुकुड़ी फायरिंग व उपद्रव : रिटायर्ड जज अरुणा जगदीशन करेंगी जांच
सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट की रिटायर्ड जज अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है जो तुत्तुकुड़ी फायरिंग और हिंसा की जांच करेगी। पुलिस फायरिंग में मंगलवार को दस जनों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने हिंसा और फायरिंग के बाद न्यायिक जांच आयोग के गठन की घोषणा की थी। सीएम ने बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक करने के बाद रिटायर्ड जज अरुणा जगदीशन को जांच आयोग का अध्यक्ष बनाया। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार सरकार ने पूर्व हाईकोर्ट जज अरुणा जगदीशन को निषेधाज्ञा के अमल में होने के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा इसके उल्लंघन की वजह से की गई फायरिंग की जांच करने के लिए नियुक्त किया गया है। बहरहाल, इस आयोग के कार्यकाल और रिपोर्ट पेश करने की अवधि के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
राजनीतिक दलों का प्रदर्शन कल
इस बीच डीएमके और उसकी सहयोगी पार्टियों कांग्रेस, एमडीएमके, माकपा, भाकपा, वीसीके और अन्य दलों ने स्टरलाइट प्लांट और पुलिस फायरिंग के खिलाफ राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है। डीएमके और सहयोगी दलों के संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि २५ मई को सभी दल डीएमके की अगुवाई में सामूहिक रूप से सभी जिलों में प्रदर्शन करेंगे।
मानवाधिकार आयोग ने सरकार को दिया नोटिस
राज्य के तुत्तुकुड़ी जिले में वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ महीनों से चल रहे प्रदर्शन में मंगलवार को मारे गए 11 लोगों की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने तमिलनाडु सरकार को नोटिस जारी कर इस मामले में दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। एनएचआरसी ने नोटिस में बताया है कि उन्हें मीडिया से खबर मिली है कि तमिलनाडु के तुत्तुकुड़ी जिले में पुलिस ने लाठीचार्ज और गोलीबारी की पुलिस के इस बर्ताव से प्रदर्शन हिंसक हो गया और 1२ लोगों की जान चली गई।
इस हिंसक झड़प में 30 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। आयोग ने घायलों को दिए जा रहे इलाज पर भी जवाब मांगा है। इसी बीच राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी इस घटना पर सरकार व जिला कलक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में राज्य के गृह सचिव को निर्देश दिए गए हैं। आयोग ने इसके लिए तीन सप्ताह का समय मांगा है।