दरअसल, ग्रेटर चेन्नई पुलिस एक गुप्त सूचना पर गुटखा बिक्री की जांच करते-करते पुलिस एक ऐसे शख्स तक पहुंच गई जो एक पीडोफाइल (बच्चों के प्रति यौन आकर्षित) है। वह अपने दुकान में प्रतिबंधित तम्बाकू उत्पाद रखा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने तंबाकू सामग्री का एक बैग और दुकानदार का मोबाइल फोन जब्त किया है।
पुलिस को उस समय झटका लगा, जब उन्होंने दुकानदार के मोबाइल फोन की जांच की, जिसे तंबाकू वस्तुओं के डीलरों का विवरण प्राप्त करने के लिए जब्त कर लिया गया था। डिवाइस की फोटो गैलरी में उन्हें एक व्यक्ति द्वारा बच्चों के यौन उत्पीडऩ के लगभग 50 वीडियो मिले। पुलिस को शुरू में लगा कि दुकानदार ने चाइल्ड पोर्नोग्राफिक कंटेंट डाउनलोड कर लिया है।
हालांकि, बाद में पता चला कि क्लिप में देखा गया व्यक्ति पेरुमाल था। इसके बाद पेरुमाल को पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह करीब छह महीने से पांचों नाबालिगों का यौन शोषण कर रहा था।
पुलिस को पता चला कि 30 और 28 साल की दो बहनें भी अपराध में शामिल थीं। दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। उनमें से एक का दुकानदार से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उन्होंने उसे अपनी नाबालिग बेटियों का यौन शोषण करने और उसकी दुकान से खरीदी गई वस्तुओं के भुगतान के रूप में जघन्य अपराध के वीडियो शूट करने की अनुमति दी। उनके घर खेलने आए बच्चों के तीन दोस्तों के साथ भी दुकानदार ने बार-बार दुष्कर्म किया।
ये तीन बच्चों की उम्र कम थी और उन्हें अपने माता-पिता को यह बता नहीं पा रहे थे कि उनके साथ क्या हो रहा है। अगर इंस्पेक्टर ने अपने मोबाइल फोन की जांच नहीं की होती, तो मामला सामने नहीं आता और वह आदमी और बच्चों के साथ दुव्र्यवहार करता, रिपोर्ट में डिप्टी कमिश्नर कार्तिकेयन के हवाले से कहा गया है।
बच्चियों के प्रति नापाक सोच रखने वाले पेरुमाल को गिरफ्तार किया जा चुका है। उसपर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। इस घटिया कृत्य में उसकी मदद करने वाली दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है। अब आगे की जांच चल रही है।