सादगी की मिसाल
चेन्नईPublished: Jul 19, 2021 10:02:39 pm
सादगी की मिसाल………..टिप्पणी
Simple Living, High Thinking
चेन्नई. मोदी सरकार में केन्द्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन के माता-पिता की खेत में काम करती तस्वीरें खूब सुर्खियां बटोर रही है। पिछले दिनों मुरुगन को मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में जगह मिली थी। मुरुगन को मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी तथा सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री बनाया गया। पेशे से अधिवक्ता मुरुगन इससे पहले तमिलनाडु भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष थे। इस साल तमिलनाडु विधानसभा चुनाव मामूली अंतर से हार गए थे। मुरुगन अनुसूचित जाति वर्ग में अरुंथथियार समुदाय से आते हैं।
मुरुगन के माता-पिता की सादगी ने सबका दिल जीत लिया। राजनीति के इस दौर में सादगी की ऐसी मिसाल बहुत कम देखने को मिलती है। सादगी की मिसाल भी ऐसी कि वे अपने बेटे की सफलता का श्रेय तक नहीं लेना चाहते। उन्होंने पैसे उधार लेकर मुरुगन को पढ़ाया, बावजूद मुरुगन के माता-पिता का कहना है कि उन्होंने बेटे के लिए कुछ नहीं किया। उसने सब कुछ अपनी मेहनत से हासिल किया। मुरुगन के मंत्री बनने की सूचना भी उन्हें खेत में ही मिली लेकिन खेत में काम करना बन्द नहीं किया।
मौजूदा दौर में जब कोई संगठन या सरकार में पद पा जाते है तो घमंड में चूर हो जाते हैं। ऐसे दौर में मुरुगन जैसे संस्कारित परिवार की झलक बहुत कम देखने को मिलती है। मोदी सरकार में मंत्री रहे प्रतापचन्द्र सारंगी भी सादा जीवन जीने के लिए जाने जाते है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन भी अपने पैतृक घर पर रहती है और आध्यात्मिक व सादगी की प्रतीक है।
आज जबकि कई मंत्रियों एवं नेताओं पर अपने रिश्तेदारों एवं परिचितों को अनैतिक तरीके से लाभ पहुंचाने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे दौर में मुरुगन के माता-पिता का सादगीभरा जीवन निश्चित ही नेताओं व मंत्रियों को करारा जवाब है। काश सभी नेता-मंत्री इस तरह की सादगी में जिंदगी गुजारे तो लोगों का उन पर विश्वास बढ़ेगा। ऐशो-आराम व दिखावे की परिपाटी छोड़ जनता के कामों को तरजीह दी जानी चाहिए।
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