तमिलनाडु के मत्स्य पालन अधिकारियों ने गुरुवार को यहां कहा कि रामेश्वरम के रहने वाले मछुआरों को उस समय हिरासत में लिया गया, जब वे मन्नार से श्रीलंकाई जलक्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे। गिरफ्तार मछुआरों को ट्रॉलर के साथ तलाईमन्नार ले जाया गया और बाद में कानूनी कार्रवाई के लिए जाफना के मत्स्य विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया।
पकड़े गए मछुआरों की पहचान तंगपांडि (55), मदुगु पिचाई (45), बालमुरुगन (45), एंटनी (38), अर्जुनन (23) और राजा (21) के रूप में हुई है। बुधवार सुबह करीब 3,000 मछुआरे रामेश्वरम फिशिंग जेटी से मछली पकडऩे के लिए समुद्र में गए थे।
बता दें कि तमिलाडु में दो महीने तक मछली पकडऩे पर लगा प्रतिबंध हटने के बाद से इस प्रकार की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मछलियों के प्रजनन को ध्यान में रखते हुए राज्य में दो महीने तक मछली पकडऩे पर रोक लगा दी गई थी।
जुलाई में अब तक 29 मछुआरें गिरफ्तार
इस महीने में अब तक 29 भारतीय मछुआरें श्रीलंकाई नौसेना के द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके है। जुलाई की शुरूआत में ही श्रीलंका की नौसेना ने जाफना के प्वाइंट पेड्रो से 12 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया था और उनकी नौकाओं को जब्त कर ली थी। तमिलाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस मामले को लेकर विदेश मंत्री एक जयशंकर से श्रींलकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए 12 भारतीय मछुआरों की तत्काल रिहाई के लिए उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। इस घटना के कुछ दिन बाद 11 जुलाई को श्रीलंकाई नौसेना ने अवैध शिकार के आरोप में छह भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था। श्रीलंकाई अधिकारियों ने उनके ट्रॉलर भी जब्त कर लिए थे।