12 घंटे की पूछताछ
कथित हिरासत में हुई मौत की जांच में शामिल होने के लिए सीबी-सीआइडी ने शुक्रवार को नौ पुलिस अधिकारियों को तलब किया था। सीबी-सीआइडी ने पेरूमाल, सब-इंस्पेक्टर गणपति, सशस्त्र रिजर्व पुलिस कांस्टेबल कार्तिक, मुनाफ, हैड कांस्टेबल कुमार, कांस्टेबल आनंदी सहित नौ पुलिस कर्मियों से 12 घंटे तक पूछताछ की। शुक्रवार को नौ में से दो को गिरफ्तार किया गया जबकि चार पुलिसकर्मियों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने कहा कि मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
इससे पहले मुख्यमंत्री स्टलिन ने विधानसभा को भी सूचित किया कि विघ्नेश की हत्या के लिए तीन पुलिस कर्मियों पर मामला दर्ज किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि विघ्नेश को उसकी मृत्यु से पहले 13 चोटें और फ्रैक्चर हुआ था। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपॉर्ट के आधार पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है और सीबी-सीआइडी जांच जारी रहेगी। स्टालिन ने इस मुद्दे पर मुख्य विपक्षी अन्नाद्रमुक द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए सदन को सूचित किया कि संदिग्ध मौत के मामले को हत्या के मामले में बदल दिया गया है और अपराध शाखा-सीआइडी की जांच जारी रहेगी।
मामला क्या है?
18 अप्रैल को दो युवकों विघ्नेश और सुरेश को पुलिस ने वाहन जांच के बाद गिरफ्तार किया था। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि विघ्नेश ने पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों के उचित जवाब नहीं दिए और चूंकि दोनों ने यात्रा करने वाले एक ऑटो में गांजा और शराब की बोतलें कथित रूप से पाई थीं। उन्हें अयनावरम पुलिस थाना और सचिवालय कॉलोनी पुलिस स्टेशन ले जाया गया और 19 अप्रैल को विघ्नेश की मृत्यु हो गई। सचिवालय कोलॉनी पुलिस इंस्पेक्टर, एक कांस्टेबल और होमगार्ड के एक सदस्य को निलंबित कर दिया गया और संदिग्ध मौत पर शुरू में जांच चल रही थी। हिरासत में हुई मौतों के खिलाफ हंगामे के बाद मामला सीबी-सीआइडी को सौंपा गया।