उल्लेखनीय है कि कुछ लोगों ने सतीश पर हमला कर उसकी इसलिए हत्या कर दी थी क्योंकि वह बैठक में एआईएडीएमके पदाधिकारी को पंचायत चुनाव के लिए टिकट देने के प्रस्ताव पर सवाल कर रहा था। सतीशकुमार पेशे से शिवकाशी के किसी बैंक में प्रबंधक था। विरुदनगर पुलिस अधीक्षक पी. पेरुमाल ने बताया था कि यह घटना कोट्टैपट्टी गांव में हुई जो पिछले दो साल से आरक्षित पंचायत है। लेकिन इस साल पंचायत सीट को सामान्य श्रेणी में लाया गया और नायडू समुदाय ने अपने ही समुदाय के किसी सदस्य को उम्मीदवार चुनने के लिए बुधवार रात को बैठक आयोजित की थी। समुदाय के बुजुर्गो ने एआईएडीएमके के रामासुब्बु नामक एक पदाधिकारी के नाम का प्रस्ताव पेश किया जिसका सतीशकुमार ने विरोध किया क्योंकि सुबह ही रामासुब्बु ने किसी और क्षेत्र से नामांकन भरा था।
उसने कहा बैठक में किसी का विचार नहीं जाना जा रहा बल्कि ऐसे उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जा रही जो पहले से ही नामांकन भर चुका है। उसके बाद रामासुब्बु के समर्थकों ने सतीशकुमार पर हमला कर दिया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।