यूं तो चारों जिलों में इन दिनों ऐसी ही स्थिति बनी हुई है, लेकिन चेन्नई में कुछ ज्यादा ही बेपरवाही नजर आ रही है। यहां न तो परस्पर दूरियां रखी जा रही है और न ही मास्क लगाया जा रहा है। सामाजिक दूरी और मास्क की लगातार लोग अनदेखी कर रहे हैं। यह अनदेखी भारी पड़ सकती है।
बाजार में नियम होते तार- तार
अधिकारियों के अनुसार चेन्नई में किराना दुकानें, मांस-मछली की दुकानें, सब्जी की दुकानें और चाय की दुकानों पर कोविड के नियमों की धज्जियां उडाई जा रही है। शहर के अधिकांश बाजारों में लोगों की भीड़ देखी जा रही। भीड़ में बड़ी संख्या में लोग मास्क नहीं लगाए हुए थे। काशीमेडु मछली बाजार में लोगों को सामाजिक दूरी को तार-तार करते हुए देखा गया। यहां तक कि दुकानों पर बैठे लोग भी कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन नहीं कर रहे थे। जिन लोगों ने कोरोना रोधी वैक्सीन लगा लिया है उन्होंने मास्क पहनना छोड़ दिया है। जबकि मेडिकल विशेषज्ञों ने कहा है कि हवा में कोरोना के ड्रॉप्लेट्स से कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
कायदों की उड़ रही धज्जियां
अधिकारियों ने बताया कि बाजार सबसे बड़ी चुनौती है। जबह चेन्नई में कोरोना के मामलों में तेजी आई तब सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने पर जोर दिया गया था जिसके बाद कोविड मामलों में कमी आई लेकिन अब फिर से लोग सामाजिक दूरियों को अनदेखी कर रहे है और मास्क नहीं लगा रहे है। हालांकि नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है लेकिन फिर भी लोगों में कोरोना का खौफ कम दिख रहा है। निमयों का उल्लंघन करने वालों में अधिकांश युवा वर्ग है। दुकानदारों के लिए भी नियम है कि वे बिना मास्क के आने वाले ग्राहकों को सामान नहीं बेचेंगे। ग्राहकों के बीच भी परस्पर दूरी रखी जाएगी, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, लेकिन इन कायदों की धज्जियां उड़ रही है।