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कोरोना काल में जब पति के कपड़े की दुकान बन्द हुई तो सोनिया जैन ने खोल ली नाहर किचन, अब इसी से चला रही घर का सारा खर्च

locationचेन्नईPublished: Jun 02, 2021 07:21:56 pm

कोरोना काल में जब पति के कपड़े की दुकान बन्द हुई तो सोनिया जैन ने खोल ली नाहर किचन, अब इसी से चल रहा घर का खर्च- राजस्थान मूल की चेन्नई प्रवासी सोनिया जैन ने आपदा को अवसर में बदला

SONIYA JAIN, NAHAR KITCHEN

SONIYA JAIN, NAHAR KITCHEN

चेन्नई. कोरोना एवं लॉकडाउन के चलते जहां कई बिजनस बन्द हो गए तो कइयों को बिजनस बदलने पर मजबूर होना पड़ा। इस दौर में कई लोगों की नौकरियां चली गई। ऐसे कठिन एवं विपरित हालात में राजस्थान मूल की चेन्नई प्रवासी सोनिया जैन ने हार नहीं मानी। जब अपने पति की कपड़े की दुकान बन्द हो गई तो उन्होंने नाहर किचन खोलकर न केवल आपदा को अवसर में बदला बल्कि अब एक सफल बिजनस वूमन बनने की तरफ कदम बढ़ा रही है। अपना सारा घर का खर्च वे अपने नाहर किचन से चला रही है।
आमदनी बढ़ी तो आत्मविश्वास जगा
सोनिया जैन कहती है, पिछले साल जब मेरे पति की कपड़े की दुकान बन्द हो गई तो आय का जरिया भी बन्द हो गया। ऐसे में चिंता बढ़ गई। कुछ सूझ भी नहीं रहा था। उस समय एक दिन मेरे मासी सासूजी लक्ष्मी बाई बरमेचा मेरे घर आए। वे खिचिया बनाने में माहिर थे। उन्होंने मुझे घर पर ही खिचिया बनाने का आइडिया दिया। जिससे कुछ कमाई भी हो सके। फिर कुछ दिन बाद वे लाडनूं(राजस्थान) शिफ्ट हो गए और खिचिया बनाने के बर्तन एवं सारा सामान मुझे दे दिया। शुरुआत में खिचिये खराब भी बने लेकिन धीरे-धीरे खिचियों की क्वालिटी में सुधार होता गया और मुझे कई जगह से खिचिये के ऑर्डर मिलने शुरू हो गए। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ गया।
शुरुआत में मिले 21 ऑर्डर से बढ़ा जोश
सोनिया कहती है, इसके बाद पापड़ एवं अन्य कुछ आइटम बेचने भी शुरू कर दिए। इससे आय में इजाफा होने लगा। पिछले साल जून में घर पर ही जैन खाना बनाना शुरू कर दिया। नाहर किचन नाम से जैन खाना काफी प्रसिद्ध हो गया। शुरुआत में जैन खाने के 21 ऑर्डर मिले। फिर कोविड मरीजों के लिए कम मिर्ची व कम तेल का खाना बनाना शुरू कर दिया। ट्रेन से यात्रा करने वाले कई लोग भी खाने के ऑर्डर देने लगे। अमावस्या, पूर्णिमा व अन्य अवसरों पर लापसी के ऑर्डर भी मिले।
एमबीए की शिक्षा आई काम
सोनिया जैन राजस्थान के नागौर जिले के कुचेरा की रहने वाली है। उनकी पढ़ाई-लिखाई चेन्नई में ही हुई। उन्होंने एमबीए (फाइनेंस) तक शिक्षा प्राप्त की है। अब उनकी पमबीए की पढ़ाई उनके बिजनस में मददगार बन रही है। वे कहती हैं, मैं खाने में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रख रही हूं। स्वच्छता के साथ ही भोजन में हर सामग्री ताजा इस्तेमाल करती हूं। इससे ग्राहकों का भरोसा बना रहता है।
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