एड्स नामक गंभीर बीमारी ने देश की एक बड़ी आबादी को अपने प्रभाव में जकड़ रखा है। एचआईवी से संबधित मामलों की पूर्ण रूप से खत्म किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं एवं पिछले कुछ वर्षो में भारत ने इस प्रयास में काफी सफलता पाई है। भारत को एड्स मुक्त होने में अभी और समय लगेगा।
राष्ट्रीय एडस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत किए गए एडस रोकथाम संबंधी विभिन्न उपायों एवं नीतियों का ही प्रभाव था कि देश में वर्ष 2000 में एड्स प्रभावित लोगों की संख्या 2.74 लाख थी, वह 2011 में घटकर 1.16 लाख हो गई। युवा होते विद्यार्थियों को एड्स के प्रति जागरूक करने में शिक्षकों का योगदान अत्यावश्यक है। कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी माक्र्स, सहायक शिक्षा अधिकारी टी. राजन, केएम ज्योतीश्वर, रेडक्रास सोसायटी सचिव जनार्दनन, श्रीनिवासन भी उपस्थित थे।