अधिकारी के मुताबिक, श्रीलंकाई नौसैनिकों (Srilankan Navy) ने भारतीय मछुआरों (Indian Fishermen) के जाल काट दिए और उनका पीछा भी किया। अधिकारी ने आरोप लगाया कि श्रीलंकाई नौसैनिकों ने जहाज की टक्कर से समुद्र में गिरे मछुआरों को बचाने की कोशिश तक नहीं की। अखिल यांत्रिक नौका मछुआरा संघ से जुड़े एक मछुआरे ने कहा कि नाव डुबोने के बाद श्रीलंकाई नौसैनिकों ने उस पर सवार मछुआरों को पानी से बाहर निकालने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। उन्होंने न सिर्फ हमारे जाल काट दिए, बल्कि काफी दूर तक पीछा भी किया।
मत्स्यपालन विभाग ने बताया कि मछुआरों का एक समूह बुधवार शाम रामेश्वरम से 569 ट्रॉलर (जालदार जहाज) पर सवार होकर मछली पकडऩे के लिए निकला था। हालांकि, श्रीलंकाई नौसेना की ओर से खदेड़े जाने के बाद समूह गुरुवार तडक़े रामेश्वरम लौट आया और मत्स्यपालन विभाग से घटना की शिकायत की। रामनाथपुरम के सांसद के नवल कणि ने केंद्र से तमिलनाडु के मछुआरों पर हमले का मुद्दा श्रीलंका सरकार के सामने उठाने की मांग की। उन्होंने मछुआरों को हुए नुकसान की भरपाई करने को भी कहा।