स्टालिन ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों को उनके संबंधित क्षेत्रों में कैंप लगाकर दस मई से लागू होने वाले लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने का भी निर्देश दिया। अगर लॉकडाउन सही तरीके से लागू हुआ तो ही कोरोना के मामले और मरने वालों की संख्या कम होगी। अगर लॉकडाउन के बावजूद लापरवाही की गई तो मामले जस के तस ही रहेंगे। इसलिए स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सभी को लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि सभी जिलों के अस्पतालों में आने वाले प्रभावित लोगों को तत्काल उपचार दिया जाए और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएं कि डॉक्टरो, नर्सो, चिकित्सा कर्मचारियों और रोगियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन और अन्य आवश्यकताएं दी जाएं। स्टालिन ने अधिकारियों से चेन्नई, सेलम, कोयम्बत्तूर, तिरुचिरापल्ली, मदुरै और तिरुनेलवेली और कुछ निजी अस्पतालों में बेचे जा रहे रेमेडीसीविर की बिक्री पर निगरानी और इसके काला बाजारी पर पूरी तरह से रोक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
स्टालिन ने स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, नगर प्रशासन और ग्रामीण विकास के अधिकारियों को एकजुट होकर कार्य करने का निर्देश दिया, ताकि कोरोना पर नियंत्रण किया जा सके। मंत्रियों को नियमित समीक्षा बैठक आयोजित करने का भी निर्देश दिया गया। कैबिनेट ने सभी योग्य लोगों से वैक्सीन लेने की भी अपील की।