शरणार्थी शिविरों में रह रहे ऐसे शरणार्थियों को जो उज्ज्वला योजना से लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं सरकार गैस सिलेंडर के लिए 400 रूपए देगी। सरकार ने 300 स्वयं सहायता समूहों में से प्रत्येक को एक लाख 25 हजार रुपए और देने का प्रस्ताव किया है। 321 स्वयं सहायता समूह जो पहले से ही सूक्ष्म एवं लघु उद्यम शुरू करने की योजना के लाभार्थी हैं सरकार प्रत्येक को 75 हजार रूपए देगी।
उन्होंने कहा कि 7,469 घरों के पुनर्निर्माण के लिए 231.54 करोड़ रुपए आवंटित किए जाएंगे, जो शरणार्थी शिविरों में जीर्ण-शीर्ण स्थिति में थे। पहले चरण में 510 नए मकान बनाने के लिए 108.81 करोड़ रुपए आवंटित किए जाएंगे।
इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए चुने गए छात्रों के लिए सरकार पहले 50 छात्रों की सभी शैक्षिक लागत वहन करेगी। इसी तरह कृषि या कृषि इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में सरकार समुदाय के पहले पांच टॉपर्स की शैक्षिक लागत वहन करेगी। पीजी छात्रों के लिए उनकी शैक्षिक और छात्रावास की फीस का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा।
लगभग 750 छात्रों के लिए छात्रवृत्ति में पर्याप्त वृद्धि की जाएगी। पॉलिटेक्निक (2500 रुपए से 10,000 रुपये तक), कला और विज्ञान में यूजी पाठ्यक्रम (3,000 से 12,000 रुपए तक) और स्नातक व्यावसायिक पाठ्यक्रम (5,000 से 20,000 रुपए तक)
प्रत्येक परिवार को रसोई गैस कनेक्शन और चूल्हा नि:शुल्क दिया जाएगा। पांच सिलेंडर पर 400 रुपए प्रति सिलेंडर की सब्सिडी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि शरणार्थियों को पर्याप्त सहायता सुनिश्चित करने और शिविरों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।