राज्य सरकार ने पुलिस के माध्यम से प्रदर्शन को रोकने की कोशिश भी की थी। स्टालिन ने एआईएडीएमके नेताओं के उस टिप्पणी की भी निंदा की, जिसमें नेताओं ने वन्नीयर के आरक्षण को अस्थाई व्यवस्था करार दिया था।
स्टालिन ने कहा कि सत्ता आने के बाद एक नया कानून बनाया जाएगा, जो सभी समुदायों को संतुष्ट कर देगा। पन्नीरसेल्वम और राजस्व मंत्री आरबी उदयकुमार कानूनों को अस्थाई व्यवस्था बता रहे हैं। वहीं पीएमके संस्थापक एस. रामदास का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी से फोन पर बात की थी तो मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया था कि पास हुआ कानून स्थाई है। इस प्रकार से लोगों को धोखा देने के लिए सभी नाटक कर रहे हैं, लेकिन जनता को धोखा नहीं दिया जा सकता।
पन्नीसेल्वम ने मातृभूमि में भी कोई विकास कार्य नहीं किया
स्टालिन ने कहा सत्ता आने के बाद डीएमके सामाजिक न्याय सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके टीकट से जीतने वाला एक भी विधायक भाजपा विधायक की तरह कार्य करेगा।
इसलिए एआईएडीएमके के सभी उम्मीदवारों की हार सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ओपीएस को मुख्यमंत्री बनने का तीन बार मौका मिला लेकिन उन्होंने इसे गंवा दिया। उन्होंने न तो अपनी मातृ भूमि के विकास के लिए कार्य किया और न ही जयललिता के प्रति सच्चे रहे। अम्मा के निधन के पीछे के सच को सामने लाने के लिए धर्मयुद्ध का आयोजन किया, लेकिन उपमुख्यमंत्री बनने के बाद खुद को शांत कर दिया।