इस योजना के लांच के दौरान सीएम मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीडि़त व्यक्तियों के घरों में और नर्सों के माध्यम से फिजियोथेरेपी की आवश्यकता वाले लोगों के घरों में दवाओं के वितरण पर एक नजर डालेंगे। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही मंत्री ने कहा था कि तमिलनाडु राज्य स्वास्थ्य विभाग सभी सरकारी अस्पतालों और सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं के साथ विशेष स्तनपान कक्ष शुरू करेगा। इसके अलावा इस वर्ष सात सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल और पांच सरकारी अस्पतालों में स्तन दूध बैंक प्रदान किया जाएगा।
स्तन दूध बैंकों की स्थापना के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निधि का उपयोग किया जाएगा। प्रत्येक बे्रस्ट मिल्क बैंक के लिए 12 लाख खर्च होंगे। विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल में स्तनपान कक्ष का उद्घाटन करने के बाद पत्रकरों से बातचीत में मंत्री ने यह बात कही थी।