स्टालिन ने कहा जलस्रोतों की सफाई के लिए निर्धारित ५ हजार करोड़ रुपए का सरकार द्वारा दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा डीएमके के सत्ता आने के बाद इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्टालिन ने आरोप लगाया कि गत २४ अगस्त को क्षतिग्रस्त हुए मुकोम्बु के ऊपरी एनिकट का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि खंभों के क्षतिग्रस्त हिस्सों को चार दिन के अंदर ठीक कराया जाएगा, लेकिन १० दिन बीत गए अभी तक ४० प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा राज्य की एआईएडीएमके सरकार की स्थिति मुकोम्बु खंभे की तरह ही अस्थिर लग रही हैं। इससे पहले स्टालिन ने राज्य और केंद्र सरकार से ईंधन की कीमतें कम करने की मांग की। यहां जारी विज्ञप्ति में उन्होंने कहा केंद्र को तत्काल ईंधन से उत्पाद शुल्क में कटौती करनी चाहिए। तमिलनाडु में पेट्रोल ८२ और डीजल ७५ रुपए लीटर मिल रहा है जिसेे गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को ईंधन से वैट में कटौती करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि गत २४ अगस्त को क्षतिग्रस्त हुए मुकोम्बु के ऊपरी एनिकट का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा था कि जल्द ही इन पर काम शुरू कर आगामी १५ महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नियामक के गिरे हुए हिस्से का निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त हिस्सों को चार दिन में ठीक कराने का दावा किया था।