पार्टी उम्मीदवार ने इसका विरोध किया, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि यह महिला पुलिसकर्मियों के लिए मोबाइल टॉयलेट है। इसी प्रकार से 15 अप्रेल को चेन्नई के लॉयला कॉलेज, जहां कोलात्तूर समेत कई अन्य विस क्षेत्र के ईवीएम रखे हैं, के 100 मिटर के अंदर उसी प्रकार के वाहन को स्थिर पाया गया था। उसके तत्काल बाद पार्टी उम्मीदवार और पदाधिकारी वहां पहुंचे और वाहन को वहां से हटवाया गया। वहां भी पुलिस अधिकारियों ने महिला पुलिसकर्मियों के लिए मोबाइल टॉयलेट होने का दावा किया। पूछे जाने पर वहां ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस ने बताया कि उन लोगों को कथित मोबाइल टॉयलेट के बारे में पता नहीं है।
उन्होंने कहा कि लॉयला कॉलेज के परिसर और वाहन के पास कई वाइफाई के एक्टिव कनेक्शन भी मिले। इन घटनाओं ने स्ट्रांग रूम परिसर में उपलब्ध कराई गई सुरक्षा, प्रोटोकॉल को लेकर उच्च संदेह पैदा कर दिया है और इस वजह से मतदान केंद्रों की सुरक्षा सवालों के घेरे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि रिर्टनिंग अधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारी, जो स्ट्रांग रूम परिसर की देखरेख करने के बाध्य हैं, उक्त वाहनों को अनुमति देकर जानबूझकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल हो रहे हैं। उन्होंने आयोग से राज्य के 234 सीटों के सभी ईवीएम मशीनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। इसके अलावा स्ट्रांग रूम के आसपास एक्टिव दिख रहे सभी वाईफाई कनेक्शन को ब्लॉक करने का भी आग्रह किया। उन्होंने ऐसे मामले दर्ज होने को लेकर स्ट्रांग रूम के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई शुरू करने की भी मांग की।