डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा तमिलनाडु लोक सेवा आयोग (टीएनपीएससी) की परीक्षा घोटाला मामले में लिप्त किसी उच्च अधिकारी को बचाने की कोशिश की जा रही है। यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा टीएनपीएससी के चतुर्थ श्रेणी के परीक्षा घोटाला में सही जांच तभी संभव होगा जब वर्ष 2016 में हुए समूह प्रथम के घोटाले से इसकी शुरूआत हो। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न श्रेणी के परीक्षा में घोटाला होने की अक्सर सूचना मिलती है।
–राज्य सरकार ने तबादला दे दिया
लेकिन 2016 में समूह 1 परीक्षा घोटाला से शुरू जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई, क्योंकि जांच में लिप्त पुलिस अधिकारियों को राज्य सरकार ने तबादला दे दिया था। उन्होंने कहा मामले की जांच कर रहे तत्कालिन इंस्पेक्टर सेंगोट्टवन ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि प्रथम श्रेणी के परीक्षा में पास हुए ७४ में से ६२ उम्मीदवार किसी निजी प्रशिक्षण केंद्र के हैं। जांच में यह भी पता चला था कि निजी प्रशिक्षण केंद्र का प्रमुख मामले में लिप्त था। ऐसी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए क्या राज्य के मछली पालन मंत्री डी. जयकुमार सही तत्थ्य के साथ आगे आकर घोटाले में लिप्त लोगों का खुलाशा कर सकते हैं?