बंद को सफल बनाने के लिए सीपीएम, सीपीआई, सीआईटीयू, कांग्रेस, वाईएसआर कांग्रेस आदि पार्टियों ने केंद्र सरकार एवं सत्ताधारी तेदेपा के खिलाफ जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन किया तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कि सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री अपने चुनावी वादों को भूल गए हैं। शहर के विधायक वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के विधायक डॉ. पी. अनिल कुमार यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले संसद में प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग करने वाले तत्कालीन भाजपा सांसद एवं वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अब इस मुद्दे पर मौन हैं। सत्ता में आने के बाद खुद प्रधानमंत्री भी इस मुद्दे को पूरी तरह से भूल चुके हैं। वाईएसआर कांग्रेस के नेता वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने विशेष राज्य बनने का महत्व बताते हुए कहा कि इससे शहर से लेकर गांव तक के लोग लाभान्वित होंगे। युवाओं को इसका विशेष लाभ मिलेगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर राज्य की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा द्वारा पेश किए गए अब तक के चार बजटों में आंध्रप्रदेश को केवल निराशा ही हाथ लगी है।
सीपीएम नेताओं ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सत्ता की भूख ने केंद्र सरकार अंधा बना दिया है। अपने स्वार्थ के आगे उसे दूसरा कुछ भी दिखाई नहीं देता है। सत्ता में आने के बाद भाजपा ने प्रदेश की जनता के साथ केवल अन्याय ही नहीं नहीं धोका भी किया है। केंद्र की मोदी सरकार राज्य के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के चलते यहां के लोग पहले से ही परेशान रहे थे इसके ऊपर केंद्रीय बजट में की गई आंध्र प्रदेश की उपेक्षा ने यहां के लोगों को काफी निराश एवं दुखी कर दिया है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश की मौजूदा सरकार केंद्र का विरोध नहीं विरोध का केवल ढोंग कर रही है। उन्होंने चेताते हुए कहा कि राज्य की जनता अगले चुनाव में इस उपेक्षा का बदला जरूर लेगी।
इस दौरान एनडीए की समर्थक तेलुगु देशम पार्टी के नेताओ ने भी वेंकटाचलम के राष्ट्रीय राजमार्र्ग पर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के तहत सर्वपल्ली के पार्टी प्रभारी एस राजगोपाल रेड्डी के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्र्ग को घंटो जाम करते केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।