वैक्सीनेशन ड्राइव पर उन्होंने कहा राज्य को कुछ हद तक टीके की खुराक मिल रही है और टीका लगाने वालों की संख्या बढ़ गई है। 21 जून को लगभग 3.९६ लाख लोगों को टीका दिया गया। राज्य में म्यूकोर्मिकोसिस के कुल 2 हजार 510 मामले सामने आए हैं और उनमें से 130 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया गत 7 मई को जब डीएमके ने सत्ता की कमान संभाली थी तो उस समय कोरोना के मामले 26 हजार के आसपास आते थे और 21 मई तक यह संख्या 36 हजार 157 हो गई थी। लेकिन सरकार के प्रयासों से यह संख्या धीरे धीरे कम होते हुए 7 हजार 400 तक पहुंच गई। आशा करता हूं कि आने वाले दिनों में यह संख्या और कम होगी और फिर खत्म हो जाएगी।
-नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों पर डाला प्रकाश
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कोयम्बत्तूर के अस्पताल के आईसीयू वार्ड का निरीक्षण कर स्वास्थ्य अधिकारियों का आत्मविश्वास बढ़ाया था। इसी प्रकार से अन्य तरीके भी अपनाए जा रहे हैं।
एआईएडीएमके विधायक सी. विजयभास्कर द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में मंत्री ने यह बात कही। राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजयभास्कर ने सत्ताधारी पार्टी से तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए 1 लाख बेड तैयार रखने का आग्रह किया था, क्योंकि बच्चों को टीका नहीं दिया गया है और उनके लिए टीका नहीं है। उन्होंने बच्चों की माताओं को प्राथमिकता के आधार पर टीका देने का भी आग्रह किया।
संभावित लहर को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए अस्पतालों में स्पेशल वार्ड तैयार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य भर में वैक्सीनेशन ड्राइव में भी सुधार करने की जरूरत है। वैक्सीन को लेकर लोगों में उत्पन्न हो रहे भ्रम को दूर करने की जरूरत है। विजयभास्कर ने कहा अस्पतालों को तीन विभाग में वर्गीकृत करना चाहिए, जिसमें गैर कोविड, कोविड विशेष और कोविड 19 के बाद की जटिलताएं शामिल हों। कोविड 19 की तुलना में कोरोना के बाद की जटिलताओं से अधिक लोग पीडि़त हो रहे हैं।