कार्यक्रम के तहत 15 अक्टूबर को पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती के मौके पर विद्यार्थियों को शुद्ध पर्यावरण के महत्व एवं प्रदूषित पर्यावरण के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया गया तथा कई स्थानों पर पौधे भी लगाए गए। इस दौरान विद्यार्थियों को हरे पौधे लगाने के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें पौधरोपण को अपनी आदत में शामिल करने करने के लिए कहा गया। इस अवसर पर मौजूद मुख्य अतिथि नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल साउदर्न जोन चेन्नई के जज डॉ. पी. ज्योतिमणि ने बच्चों को हरित प्रदेश और स्वच्छ पर्यावरण के गुणों की महत्ता बताते हुए कहा कि अपनी भावी पीढ़ी को शुद्ध पर्यावरण देने के लिए पौधरोपण बहुत जरूरी है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के संदेशों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि कलाम भारत को सशक्त देश बनाने के बजाय एक अच्छा देश बनाने का सपना देखते थे। दरअसल देश के हर नागरिक के भीतर यहीं भावना होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को कलाम की सोच और उनके जीवन सिद्धांतों का अनुकरण करने की सलाह देते हुए कहा कि स्वयं एवं देश दोनों को आगे ले जाने के लिए इसकी बहुत जरूरी है।
इस मौके पर एक्सनोरा उत्तरी चेन्नई के सचिव जे. फतेहराज जैन ने कहा कि अब्दुल कलाम का बच्चों से विशेष लगाव था। उन्हें जब भी मौका मिलता वे बच्चों के साथ मिलकर उन्हें प्रोत्साहित करने से नहीं चूकते। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति भी गंभीर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए पौधे लगाना बहुत जरूरी है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों से भी पौधे लगाने का आग्रह किया और कहा कि यदि पेड़ लगाना संभव ना हो तो उन्हें कम से कम लगे हुए पेड़ों की सुरक्षा और देखभाल का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में ग्रेटर चेन्नई एक्सनोरा के अध्यक्ष आर. गोविंदराज, उपाध्यक्ष आर. श्रीधर, स्कूल की सहायक प्रधानाध्यापक एस. रुक्मिणि, लायन्स क्लब ऑफ सेंट्रल मद्रास के अध्यक्ष आर. अन्बरसन, प्रोजेक्ट चेयरमैन हरिनारायण, एक्सनोरा टी. नगर की सुयक्त सचिव डा. चकुबाई समेत कई अन्य लोग भी मौजूद थे।
राज्यपाल ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की ८७वीं जयंति पर श्रद्धांजलि दी
चेन्नई. देश के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम के ८७वें जयंति के अवसर पर सोमवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने आईडिया इंडिया २०१८ पुरस्कार वितरण करने के साथ विद्यार्थी मैगजीन लांच किया। स्टुडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राज्यपाल ने कहा अब्दुल कलाम लोगों के राष्ट्रपति थे, जो मिसाइल वैज्ञानिक के रूप में लोगों को सेवा देने के बाद उस पद पर पहुंचे थे। राज्यपाल ने कहा कि अब्दुल कलाम के पिता नाव बना कर उसे रेंट पर देने का व्यवसाय करते थे। अपने पिता का सहयोग करने के उद्देश्य से कलाम ने पेपर बांटने का भी कार्य किया। लेकिन इन सब के बाद भी कलाम अध्ययन के प्रति रुचि रखते थे। बनवारीलाल पुरोहित ने कहा भारतीय वायु सेना के लिए लड़ाकू पायलट के रूप में अर्हता प्राप्त करने में विफल होने के बाद कलाम ने अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने का फैसला किया। राज्यपाल ने कहा कि कलाम देश के तीसरे ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा पहले ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्होंने राष्ट्रपति भवन में अपनी जगह बनाई थी।