शिक्षण संस्थानों में जागरूकता
स्कूली बच्चों के जरिए बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए निगम ने यह योजना बनाई है। हर साल चेन्नई समेत राज्यभर में सैकडों की मौत डेंगू और मानसून के दौरान होने वाली बीमारियों से होती है। ऐेसे में इस बार स्कूली बच्चे अभियान चलाकर शिक्षण संस्थान को जागरूक करना और उनके जरिए बीमारी की रोकथाम की जानकारी बड़ों तक पहुंचाना ही योजना का मकसद है। इसके तहत बच्चों की गतिविधियों के जरिए बड़े जागरूक होंगे। तमिलनाडु के नगरपालिका प्रशासन मंत्री एस.पी. वेलूमणि ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी और उन्हें उनके पहचान पत्र दिए। वेलूमणि ने छात्रों से अपने पड़ोस में स्वच्छता और डेंगू व अन्य संक्रामक रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया।
अभियान “स्वच्छ घर, स्वच्छ सड़क” संदेश के साथ शुरू हुआ, और घर और आस-पड़ोस को साफ रखने के लिए स्व-प्रेरणा की आवश्यकता पर बल दिया। चेन्नई कॉरपोरेशन ने मानसून के दौरान होने वाली बीमारियों पर सप्ताहांत में ऑटो रिक्शा के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने की भी योजना बनाई है और निवारक कदम उठाए जाने की जरूरत पर जोर दिया। 20 हजार स्कूली छात्रों की भागीदारी के साथ सभी 15 जोन में रैलियों की भी योजना है। चेन्नई नगर निगम की ओर से यह घोषणा की गई कि छात्र अपने स्कूलों के पास रैलियां निकालेंगे और इन संदेशों के साथ पैम्फलेट और फ्लायर्स वितरित करेंगे।