इससे पूर्व सुबह काम पर जाने के लिए लोग हमेशा की तरह ही अपने घरों से स्थानीय बस अड्डे पहुंचे, वहां बहुत देर तक इंतजार करने के बाद भी जब बसें नहीं पहुंची या इक्का-दुक्का बसें ही आई तो यात्रियों की परेशानी बढने लगी। कुछ देर तक यात्रियों ने सब्र किया फिर पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि एमटीसी कर्मी जून माह की पगार न मिलने के कारण अचानक हड़ताल पर चले गए हैं। इसकी कोई पूर्व सूचना नहीं मिलने के कारण सुबह काम पर जाने के घर से निकले लोग बस स्टॉप पर आकर परेशान हो गए। जब यात्रियों को हड़ताल की जानकारी हुई तो उन्होंने आखिर में ऑटो और दूसरे साधनों का सहारा लिया। इस कारण महानगर की सभी प्रमुख सडक़ों पर भी लंबा ट्रैफिक जाम लग गसर।
इस सारे हंगामे के बीच परिवहन मंत्री विजय भास्कर ने शाम तक तनख्वाह मिलने का आश्वासन दिया। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) के अध्यक्ष सौंदराजन ने कहा कि कई मुद्दे हैं जिनका समाधान होना है। सोमवार को कर्मचारियों को पूरा वेतन न मिलने के कारण हड़ताल की है। राज्य परिवहन मंत्री के आश्वासन के बाद कर्मचारी धीरे-धीरे काम पर लौट आए। इस अचानक हड़ताल से आम नागरिकों के काम और जेब पर खासा असर हुआ। वे कार्यस्थल पर देर से पहुंचे और वहां पहुंचने के लिए भी उन्हें ऑटो और कैब का किराया देना पड़ा।