scriptCAA रद्द करने की उठी मांग: तमिलनाडु विधानसभा में सीएए निरस्त किए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ | Tamil Nadu Assembly passes resolution against CAA | Patrika News

CAA रद्द करने की उठी मांग: तमिलनाडु विधानसभा में सीएए निरस्त किए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ

locationचेन्नईPublished: Sep 08, 2021 05:04:54 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

2019 में संसद द्वारा पारित सीएए हमारे संविधान में निर्धारित धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है और भारत में मौजूद सांप्रदायिक सद्भाव के लिए भी अनुकूल नहीं है।

CAA रद्द करने की उठी मांग: तमिलनाडु विधानसभा में सीएए निरस्त किए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ

CAA रद्द करने की उठी मांग: तमिलनाडु विधानसभा में सीएए निरस्त किए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ

चेन्नई.

तमिलनाडु विधानसभा ने बुधवार को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को रद् करने की मांग उठाई है। बुधवार को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) 2019 को निरस्त करने और एकता एवं सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा करने तथा संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों को बनाए रखने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा पेश प्रस्ताव में कहा गया कि 2019 में संसद द्वारा पारित सीएए हमारे संविधान में निर्धारित धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है और भारत में मौजूद सांप्रदायिक सद्भाव के लिए भी अनुकूल नहीं है। इसमें कहा गया है कि स्थापित लोकतांत्रिक सिद्धांतों के मुताबिक किसी राष्ट्र को समाज के सभी वर्गों के लोगों की अपेक्षाओं एवं चिंताओं पर गौर करते हुए शासन करना चाहिए।

प्रस्ताव में कहा गया कि लेकिन यह स्पष्ट रूप से देखा गया है कि सीएए को इस तरह से पारित किया गया था कि यह शरणार्थियों को उनकी दुर्दशा को देखते हुए उनका समर्थन नहीं करता है, बल्कि उनके धर्म एवं उनके मूल देश के अनुसार उनके साथ भेदभाव करता है।

इसलिए इस देश में एकता और सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा सुनिश्चित करने और भारत के संविधान में निहित धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए यह सदन केंद्र सरकार से नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019 को निरस्त करने का आग्रह करने का संकल्प लेता है।

प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया। मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के सदस्य प्रस्ताव को पारित किए जाने के दौरान सदन में नहीं थे। उन्होंने शून्य काल के दौरान कुछ मुद्दे उठाने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं होने पर सदन से वॉकआउट किया। प्रस्ताव का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने भी सदन से वॉकआउट किया और बाद में पार्टी के विधायक दल के नेता नैनार नागेंद्रन ने मीडिया से कहा कि सीएए का मुस्लिम लोगों से कोई लेना-देना नहीं है।

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