कोरोना महामारी को रोकने के लिहाज से तमिलनाडु में 25 मार्च से लॉकडाउन है। कई चरणों में लॉकडाउन की शर्तों में ढील देते हुए इसे आगे बढ़ाया गया। यही क्रम जनवरी 2021 में भी जारी रहेगा। मुख्यमंत्री एडपाड़ी के. पलनीस्वामी ने लॉकडाउन संबंधी घोषणा करते हुए कहा कि सरकार के ठोस उपायों की वजह से पिछले एक महीने में संक्रमण दर 1.7 प्रतिशत तक कम हुई है। गत दस दिनों में नए मामलों की संख्या भी 1100 के नीचे है।
पलनीस्वामी ने कहा कि कोरोना म्यूटेशन के खतरे को लेकर विशेषज्ञों व अधिकारियों से चर्चा के बाद लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का निर्णय हुआ है। यह लॉकडाउन 31 जनवरी रात 12 बजे तक प्रभावी रहेगा।
उन्होंने जनता से आग्रह किया कि राज्य में कोरोना संक्रमण काबू में है। फिर से स्थिति अनियंत्रित नहीं हो जाए इसलिए आप लोगों का फर्ज है कि सार्वजनिक स्थलों पर अनावश्यक भीड़ नहीं करें, सामाजिक दूरी बनाएं तथा घर से बाहर निकलते वक्त मास्क अवश्य पहनें।
1 जनवरी से इनमें मिली छूट
– सभागार और मंडप जहां एसओपी की पालना प्रभावी है वहां बैठक क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 200 सदस्यों की एक समय में उपस्थिति वाले सामाजिक, राजनीतिक, मनोरंजन, खेल, सांस्कृतिक व शैक्षणिक आयोजनों की अनुमति। जिला कलक्टरों व निगम स्तर पर आयुक्त की पूर्व अनुमति जरूरी।
– धार्मिक व प्रार्थना स्थलों में जो निषिद्ध क्षेत्र में नहीं है, लॉकडाउन से पूर्व की व्यवस्था के तहत चलेंगे तथा भक्तों को दर्शन की अनुमति होगी।
——————-
इनमें छूट नहीं
– पुदुचेरी, आंध्रप्रदेश व कर्नाटक को छोडक़र अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के लिए इ-पंजीयन अनिवार्य
– केंद्र सरकार द्वारा विदेशी विमान सेवाओं पर लगाई रोक
– राज्यभर के कंटेनमेंट जोन की व्यवस्थाएं यथावत
—————–
काणुम पोंगल नहीं होगा समुद्र तट पर
सरकार ने काणुम पोंगल के मौके पर समुद्र तटों पर भीड़ उमडऩे और कोरोना संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए 16 जनवरी को राज्य के सभी समुद्र तटों पर जनता की अनुमति पर रोक लगा दी है।