मुख्यमंत्री सेल को मिली शिकायत के अनुसार अन्य लोगों के साथ मिलकर सुरप्पा विश्वविद्यालय में अस्थाई शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर 80 करोड़ की रिश्वत लेने के मामले में लिप्त हैं। इसके अलावा सुरप्पा पर अवैध रूप से पदोन्नति में सहायता, बेटी की नियुक्ति, एआईसीटीई को गलत जानकारी देना कि बिना परीक्षा लिए ही अंतिम वर्ष के सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया गया और अन्य वित्तीय अनियमितताएं समेत अन्य आरोप शामिल हैं। गठित कमेटी इन आरोपों की जांच कर उचित उपायों का सुझाव देगी। मुख्यमंत्री सेल में तिरुचि निवासी सुरेश नामक व्यक्ति ने इसकी शिकायत की थी।
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा था कि विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के मामले बढ़ रहे हैं और सुरप्पा रिश्वत लेने जैसे मामलों में लिप्त हो रहे हैं। इसके अलावा कॉलेज में मशीनरी की खरीद में भी घोटाला हुआ है। गठित कमेटी द्वारा सुरप्पा के कार्यकाल के दौरान फीस, सहायता, दान और अनुदान के माध्यम प्राप्त राशि के बारे में भी जांच की जाएगी। कमेटी सुरप्पा के शासनकाल के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा समिति व्यक्तियों, फर्मों, कंपनियों और अन्य लोगों के साथ किए गए अनुबंध और समझौते पर भी गौर करेगी। हालांकि सुरप्पा ने सख्ती से लगे आरोपों से इंकार कर दिया था।