ऐसा माना जा रहा है यह घोषणा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाले गुट के साथ विलय वार्ता के लिए हुई है लेकिन ओपीएस गुट के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शशिकला के परिवार के सभी सदस्यों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने और पूर्व मुख्यमंत्री स्व.जे.जयललिता के निधन की सीबीआई जांच के आदेश के बाद ही विलय वार्ता होगी।
यहां पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. जे.जयललिता की जगह कोई भी नहीं ले सकता। उनके निधन के बाद वी.के. शशिकला को अस्थाई रूप से पार्टी महासचिव के पद के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन अब वे कार्य करने में असमर्थ हैं । इसे ध्यान में रखकर अम्मा द्वारा नियुक्त पदाधिकारियों के नेतृत्व में ही पार्टी चलाने का निर्णय लिया गया है।
पार्टी के नियम के अनुसार पार्टी उपमहासचिव के रूप में दिनकरण की नियुक्ति अमान्य है, क्योंकि अम्मा द्वारा पार्टी से निकाले जाने के बाद दिनकरण ने प्राथमिक सदस्य के रूप में पांच साल पूरे नहीं किए हैं। ऐसे में दिनकरण द्वारा की गई कोई भी नियुक्ति अमान्य है।
शशिकला के परिवार के सभी सदस्यों को पार्टी से बाहर किया जाए – ओपीएस गुट
अमुख्यालय से जारी विज्ञप्ति के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने अपने समर्थकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में पूर्व मंत्री के.पी. मुन्नुसामी ने कहा , दिनकरण के खिलाफ एआईएडीएमके अम्मा गुट द्वारा जारी संकल्प पत्र एआईएडीएमके पुराच्ची तलैवी अम्मा गुट के साथ विलय वार्ता के लिए काफी नहीं है।
शशिकला के परिवार के सभी सदस्यों को पार्टी से बाहर किए जाने के बाद ही पार्टी विलय के लिए राजी होगी। जब तक मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक विलय वार्ता पर चर्चा करना संभव नहीं होगा। मुन्नुसामी ने कहा हमने अम्मा के निधन की सीबीआई जांच के लिए ही धर्म युद्ध शुरू किया है लेकिन सरकार ने इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया। केवल दिनकरण के खिलाफ ही निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा आरके नगर उपचुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने एआईएडीएमके के दो गुटों को मान्यता दी थी, जिनमें से एक हमारा एआईएडीएमके अम्मा गुट था। पार्टी उपमहासचिव के रूप में चुनाव आयोग को मैंने एक पत्र भेजा था जिसके बाद चुनाव चिन्ह मिला था। ऐसे में मैं पार्टी उपमहासचिव कैसे नहीं हूं? उन्होंने कहा जब पार्टी महासचिव वी.के. शशिकला द्वारा नियुक्त दिंडीगुल श्रीनिवासन पार्टी कोषाध्यक्ष के रूप में अकाउंट्स संभाल रहे हैं तो उपमहासचिव के रूप में मंै अपना कामकाज क्यों जारी नहीं रख सकता? उन्होंने दावा किया कि पार्टी उपमहासचिव के पास नियुक्ति और बर्खास्त करने का पावर होता है।
उन्होंने दावा किया कि एडपाडी के.पलनीस्वामी गुट ने स्वीकारा है कि शशिकला को पार्टी महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था । कानून के अनुसार महासचिव के पास किसी की भी नियुक्ति और निकालने का अधिकार होता है शशिकला द्वारा की गई नियुक्तियां मान्य हैं। उन्होंने कहा कि रोजाना विभिन्न पार्टियों के सदस्यों से उनकी मुलाकात हो रही है। वहीं पार्टी को मजबूत बनाने के लिए राज्यव्यापी दौरे की भी योजना बनाई जा रही है, जिसके लिए मंत्रियों में डर बन गया है।
एआईएडीएमके अम्मा उपमहासचिव टीटीवी दिनकरण ने गुरुवार को कहा कि वे अपने पद पर बने रहेंगे। उन्हें काम करने से कोई भी नहीं रोक सकता। तंजावुर में संवाददाताओं से वार्ता में उन्होंने कहा सरकार में रहकर मंत्री ज्यादा से ज्यादा पैसा बनाने की कोशिश में लगे हुए हंै। पढ़ें काम करने ञ्च पेज ०६
उन्होंने कहा प्रस्ताव जारी करने के लिए भी पदाधिकारियों ने एआईएडीएमके अम्मा के लेटरहैड की जगह एआईएडीएमके के लेटरहैड का इस्तेमाल किया। उनको इतना भी नहीं पता है कि उन्होंने एआईएडीएमके के लेटरहैड का इस्तेमाल कर कितनी बड़ी गलती कर दी है जबकि चुनाव आयोग द्वारा एआईएडीएमके पार्टी के नाम, चुनाव चिन्ह और पार्टी के लेटरहैड के इस्तेमाल पर रोक लगाई हुई है।