एआईएडीएमके के स्वर्ण जयंती के अवसर पर रायपुरम में स्थित एमजीआर के आवास के बाहर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके की संभावनाओं को ठेस न पहुंचाने के लिए मैं चुनावी परिदृश्य से हट गई थी। इस प्रकार से इससे जुड़े हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम सालों साल इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करते रहे। एआईएडीएमके को विजेता बनाने के लिए हमें एकजुट होना पड़ेगा।
स्वर्ण जयंती समारोह की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि हमें एक होकर पार्टी की जीत सुनिश्चित करनी होगी। इस मौके पर शशिकला के समर्थकों ने उन्हें सुनहरी तलवार भेंट की। उन्होंने दो धड़ों का विलय करके एआईएडीएमके को फिर से एकजुट होते देखने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने अपने समर्थकों से एआईएडीएमके के दूसरे पक्ष के लोगों को गाली न देने का भी आग्रह किया। हमें वैसी गलती नहीं करनी है जैसा कि सामने वाले कर रहे हैं। इसलिए मैं सभी से किसी को भी गाली नहीं देने का आग्रह करती हूं।
शशिकला ने परिसर में संचालित एक स्कूल के विशेष बच्चों के साथ दोपहर का भोजन भी किया।
इससे पहले शशिकला ने टी नगर के आरकोट रोड में स्थित एमजीआर के स्मारक का दौरा कर स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह की शुरूआत को चिन्हित करने के लिए एआईएडीएमके का झंडा फहराया। उन्होंने एक स्मारक पट्टिका का भी अनावरण किया, जिस पर एआईएडीएमके महासचिव के रूप में उनका नाम अंकित था। बाद में रामापुरम आवास पर जाकर एमजीआर की प्रतिमा पर माल्याणर्पण किया और जयललिता व जानकी रामाचंद्रन की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।