सीबीएसई द्वारा परीक्षा रद्द किए जाने के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शिक्षा मंत्री के साथ बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा केंद्र सरकार ने सीबीएसई परीक्षा को उस वक्त रद्द करने का निर्णय लिया है जब हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ आयोजित बैठक में देश के अधिकांश राज्यों ने 12वीं परीक्षा आयोजित करने की इच्छा जताई थी। मुख्यमंत्री चाहते हैं कि परीक्षा के संबंध में किसी प्रकार का निर्णय लेने से पहले शिक्षा विभाग शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यार्थियों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और शिक्षाविदों से विचार विमर्श करे। वहीं अगले दो दिनों के अंदर 12वीं परीक्षा के संबंध में अन्य राज्यों के कदमों के बारे में भी जाना जाएगा।
-हमारे लिए विद्यार्थियों का जीवन महत्वपूर्ण
महेश ने कहा कि सरकार के लिए विद्यार्थियों का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण हैं। लेकिन विद्यार्थियों के लिए 12वीं कक्षा की परीक्षा और परिणाम भी जरूरी है। वर्तमान में परीक्षा रद्द करने को लेकर लोगों द्वारा अलग अलग विचार मिल रहे हैं और इस संबंध को लेकर किसी प्रकार की स्पष्टता नहीं है। बहुसंख्यक मत के आधार पर किसी प्रकार का निर्णय लिया जाएगा।
इससे पहले राज्य सरकार परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में थी और पिछले सप्ताह आयोजित शिक्षा मंत्रियों की बैठक में केंद्र को इससे अवगत भी कराया गया था। वहीं कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा की तिथि भी घोषित की जाने की योजना बनाई जा रही थी। उल्लेखनीय है कि मई में ही परीक्षा निर्धारित था, लेकिन कोरोन के मामलों में वृद्धि होने के बाद परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था।