दूसरी लहर पर नियंत्रण के बाद यह सबसे कम संक्रमण दर है। वहीं तमिलनाडु के 32 जिलों में संक्रमण दर दो प्रतिशत से नीचे आ गई है। इनमें नौ जिलों में एक प्रतिशत से कम संक्रमण दर है। वहीं 23 जिलों में कोरोना संक्रमण दर एक से लेकर दो प्रतिशत के बीच है। राज्य में कड्लूर जिले की सबसे अधिक 3.1 प्रतिशत संक्रमण दर दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने निर्देश दिए कि जहां भी संक्रमण थोड़ा भी बढ़ता है पूरी सख्ती और मुस्तैदी के साथ कार्रवाई कर संक्रमण को नियंत्रित किया जाए। स्वास्थ्य महकमा भी कोरोना नियंत्रण में जुटा हुआ है। एग्रेसिव टेस्टिंग कर एक-एक मरीज की पहचान कर तुरंत उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के अनुसार तमिलनाडु में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप एकदम ढलान पर है। मार्च के शुरुआती दिनों के बाद पहली बार राज्य में में कोरोना की संक्रमण दर एक प्रतिशत के आसपास है।
9 जिलों में एक प्रतिशत से कम संक्रमण दर
तमिलनाडु के नौ जिलों में कोरोना संक्रमण की दर एक प्रतिशत से नीचे पहुंच गई है। जबकि आठ जिलों में संक्रमण की दर दो प्रतिशत से नीचे चल रही है जिनमें मदुरै, चेन्नई, तेनकाशी, दिंडीगुल, तेनी, तुत्तुकुडी, विरुदनगर, कांचीपुरम और तिरुपत्तूर शामिल है। इन जिलों में अधिक से अधिक टेस्ट किए जा रहे है। अनलॉक के बाद भी संक्रमण की दर कम होना राहत की बात है और इन जिलों कोरोना जांच में कमी नहीं किया जा रहा है।
छह जिलों ने बढ़ाई चिंता
तमिलनाडु के छह जिलों ने तमिलनाडु सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है जिनमें ईरोड, तिरुचि, कोयम्बत्तूर, तंजावुर, सेलम और कड्लूर जिले में कोरोना संक्रमण दर दो प्रतिशत से अधिक है। इनमें सबसे अधिक संक्रमण दर 3.1 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है, संक्रमण दर कम करने के लिए लोगों को सावधानी बनाए रखना जरूरी और कोरोना की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का पालन भी करना होगा। मास्क लगाए, भीड़भाड़ से बचे और हाथों को सेनिटाइज करते रहे तो कोरोना को काबू में कर लिया जाएगा।
दो करोड आबादी तक पहुंचा कोरोना का टीका
इधर, तमिलनाडु में कोरोना टीकाकरण अभियान ने अब रफ्तार पकड़ लिया है। सरकार के मुताबिक अभी तक दो करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा कि गुरुवार को 3,17,168 लोगों को टीका लगाया गया था, जो 13 जुलाई के बाद एक दिन में लगाए गए टीकों की उच्चतम संख्या तक पहुंच गया था।