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देश में 40 हजार कॉलेज, लेकिन नाक से मान्यता प्राप्त केवल 13 फीसदी

locationचेन्नईPublished: Sep 14, 2019 08:30:38 pm

देश में 900 विश्वविद्यालय ( university) हैं लेकिन इनमें से सिर्फ 325 ही राष्ट्रीय प्रत्यायन एवं मूल्यांकन परिषद (NAAK) से मान्यता प्राप्त हंै जो केवल 36 फीसदी है। नाक से मान्यता हासिल करने के लिए महाविद्यालयों (colleges)एवं विश्वविद्यालयों में जागरूकता (awarness)लाने की जरूरत है। यह एक सरल, निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया है।

देश में 40 हजार कॉलेज, लेकिन नाक से मान्यता प्राप्त केवल 13 फीसदी

देश में 40 हजार कॉलेज, लेकिन नाक से मान्यता प्राप्त केवल 13 फीसदी

चेन्नई. देश में 900 विश्वविद्यालय हैं लेकिन इनमें से सिर्फ 325 ही राष्ट्रीय प्रत्यायन एवं मूल्यांकन परिषद (नाक) से मान्यता प्राप्त हंै जो केवल 36 फीसदी है। देश में करीब 40 हजार महाविद्यालय हैं लेकिन केवल 5300 ने ही नाक से मान्यता ले रखी है यानी केवल 13 फीसदी। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने यह जानकारी दी। वे शनिवार को एजुकेशन सोसायटी फॉर प्रमोशन के तत्ववाधान में यहां भारतीय उच्च शिक्षा : एजेंडा फॉर इनोवेशन विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
जागरूकता लाने की जरूरत
राज्यपाल ने कहा नाक से मान्यता हासिल करने के लिए महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में जागरूकता लाने की जरूरत है। यह एक सरल, निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया है।

भारतीय शिक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी
उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी है। केन्द्रीय एवं राज्य बोर्डों से संबंध 15 लाख स्कूलों में 26 करोड़ विद्यार्थी नामांकित हैं। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों को पूरा करने के लिए नवाचार की दरकार है।
रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे

सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के उच्च शिक्षण संस्थानों को कौशल पर जोर देने की वकालत करते हुए राज्यपाल ने कहा इससे विद्यार्थियों के लिए शिक्षा पूरी करने के बाद रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। कुशल मानव संसाधनों की जरूरत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
तकनीकी नवाचारों का अधिक उपयोग

हर साल दस मिलियन भारतीय युवा कार्यबल में शामिल हो रहे हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन क्षेत्रों में मांग अधिक है उन क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में छात्रों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। हमें तकनीकी नवाचारों का अधिक उपयोग करना चाहिए।
सोसायटी के चेन्नई चैप्टर की शुरुआत
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल डी. सहस्रबुद्धे, तमिलनाडु के उच्च शिक्षा प्रधान सचिव मंगतराम शर्मा, वीआईटी विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं एजुकेशन सोसायटी फॉर प्रमोशन के अध्यक्ष विश्वनाथन ने भी विचार रखे। इस मौके पर राज्यपाल ने सोसायटी के चेन्नई चैप्टर की शुरुआत की।
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