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नाइजीरियन साइबर गिरोह की जाल में फंसे तमिलनाडु पुलिस के सहायक कमांडेंट, 7.5 लाख रुपए गंवाया

locationचेन्नईPublished: Aug 19, 2022 04:41:01 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

अधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी कार्तिकेयन, सहायक कमांडेंट नाइजीरियाई साइबर अपराधी के जाल में फंस गए, जब उन्होंने खुद को तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सी. शैलेंद्रबाबू के रूप में पेश किया।

नाइजीरियन साइबर गिरोह की जाल में फंसे तमिलनाडु पुलिस के सहायक कमांडेंट, 7.5 लाख रुपए गंवाया

नाइजीरियन साइबर गिरोह की जाल में फंसे तमिलनाडु पुलिस के सहायक कमांडेंट, 7.5 लाख रुपए गंवाया

चेन्नई.

तमिलनाडु स्पेशल पुलिस बटालियन के एक सहायक कमांडेंट मणिमुत्तुर को नाइजीरियाई साइबर अपराधी गिरोह द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी में 7.5 लाख रुपए का नुकसान हुआ। अधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी कार्तिकेयन, सहायक कमांडेंट नाइजीरियाई साइबर अपराधी के जाल में फंस गए, जब उन्होंने खुद को तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सी. शैलेंद्रबाबू के रूप में पेश किया। कार्तिकेयन ने नाइजीरियाई अपराधी के निर्देशों के अनुसार फोन और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन अमेजॉन उपहार कार्ड खरीदे, यह मानते हुए कि वह इसे राज्य के डीजीपी के लिए खरीद रहे थे।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि, तिरुनेलवेली की साइबर पुलिस टीम ने कार्तिकेयन की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है, जिसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। साइबर अपराधी आमतौर पर इन उपहार कार्ड का उपयोग ऑनलाइन गेमिंग खातों को रिचार्ज करने के साथ-साथ अन्य ऑनलाइन खरीदारी करने के लिए करते हैं। तिरुनेलवेली पुलिस अधीक्षक, सरवणन ने जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को इस तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी से सतर्क रहने का निर्देश दिया।

वरिष्ठ अधिकारी के नाइजीरियाई साइबर अपराधी के जाल में फंसने से स्थानीय पुलिस अधिकारी शमिंर्दा हैं। कई अधिकारियों की राय है कि, संबंधित पुलिस अधिकारी ऑनलाइन गेम खरीदकर डीजीपी को खुश करने की कोशिश कर रहे थे और यह भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के बराबर है। तमिलनाडु पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, वह एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं लेकिन तकनीक के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। अगर उन्होंने उस नम्बर की जांच की होती जिससे नाइजीरियाई ने कॉलर पहचान ऐप का उपयोग कर कॉल किया था तो वह हो सकता था आसानी से पहचान लिया कि यह एक फर्जी कॉल थी।

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