तमिलनाडु सरकार ने राज्य के 4 हजार 133 स्थानों पर बाढ़ आने की आशंका व्यक्त की है। राज्य के राजस्व मंत्री आर.बी. उदयकुमार ने मंगलवार सुबह चेन्नई में संवाददाताओं को बताया कि इनमें 321 स्थानों में बाढ आने का अधिक खतरा है, इसलिए इन पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर मॉनसून के दौरान राज्य में कुल वर्षा का 47 दशमलव तीन दो प्रतिशत वर्षा होती है। 28 अक्टूबर से मॉनसून की शुरूआत हो गई है, जिसमें 37 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, लेकिन मौसम से संबंधित अधिकारियों का कहना है कि इसमें दिसम्बर के आखिर तक और तेजी आएगी।
उदयकुमार ने बताया कि बाढ़ के दौरान आम तौर से 4 हजार 713 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखने की व्यवस्था है। इस वर्ष अतिरिक्त 4 हजार 680 शरणार्थी शिविर बनाए गए हैं। स्कूलों और सामुदायिक भवनों में भी इसकी व्यवस्था की गई है। सुरक्षित दूरी का भी ध्यान रखा गया है। राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बलों, अग्निशमन बलों और होमगार्डस् के साथ साथ हजारों स्वंयसेवियों को भी बचाव और राहत अभियानों में शामिल किया गया है।