बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी ने एहतियाती व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए है। मौसम विभाग केंद्र चेन्नई के अनुसार बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव वाला नया क्षेत्र विकसित हुआ है। नतीजतन चेन्नई सहित तटीय जिलों में अगले तीन दिनों में भारी बरसात होगी। इस तंत्र का असर सभी जिलों में दिखाई देगा।
मानसून की बरसात का असर सबसे ज्यादा रामनाथपुरम, नीलगिरि और सेलम जिलों में दिखाई दिया। इन जिलों में मंगलवार को स्कूल बंद रहे। चेन्नई महानगर में सोमवार रात की बारिश के बाद दिन में कुछेक जगहों पर हल्की बंूदाबांदी हुई। मंगलवार सुबह तक रामनाथपुरम जिले के पामबन में सर्वाधिक ११.३४ सेमी बरसात दर्ज की गई। चेन्नई महानगर में २५.७ मिमी और चेन्नई एयरपोर्ट इलाके में १७.६० मिमी बारिश हुई।
बरसात का असर सड़कों पर दिखाई दिया। उखड़ी सड़कों से यातायात बदहाल रहा। कई जगहों पर बरसात का पानी जम गया और इनकी निकासी नहीं हो सकी जो आने वाले दिनों में परेशानी खड़ी कर सकती है।
मौसम विभाग ने कोयम्बत्तूर, दिण्डीगुल, तेनी और नीलगिगिर में अगले दो दिनों में मूसलाधार बारिश का अनुमान जताया है तथा रेड अलर्ट जारी किया है। महानगर के पड़ोसी तिरुवल्लूर जिले में अब तक की हुई बारिश से ही खेतों में पानी भर गया है।
मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी ने सोमवार की समीक्षा बैठक के बाद भारी बरसात वाले जिलों में एहतियाती उपाय करने को कहा है।