चेन्नईPublished: Feb 20, 2023 06:09:12 pm
PURUSHOTTAM REDDY
एसएलई पूरे शरीर में फैल सकता है जिससे दोनों पैर प्रभावित हो सकते है। एसएलई का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, उपचार लक्षणों को कम करने या नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकता है।
चेन्नई.
राजीव गांधी सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने दुर्लभ बीमारी सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस (एसएलई) से ग्रस्त एक लड़की अभिन्या का इलाज कर उसे नया जीवनदान दिया है। इससे पहले डॉक्टरों ने उसे पैर काटने का सुझाव दिया था लेकिन अब डॉक्टरों के इलाज के बाद वह सहारे से चल पा रही है। सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमैटोसस (एसएलई) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, इस बीमारी में हृदय, फेफड़े, गुर्दे और मस्तिष्क भी प्रभावित होता हैं और जीवन को खतरा हो सकता है।