IIT Madras विकसित करेगा मस्तिष्क संकेतो को भाषा में बदलने की AI तकनीक
चेन्नईPublished: Feb 03, 2020 06:04:03 pm
IIT Madras के शोधकर्ताओं ने बोलने में असमर्थ लोगो की मदद के लिए मस्तिष्क संकेतों को भाषा में परिवर्तित करने की AI तकनीक तैयार की है।
IIT-Madras researchers develop AI tech to convert brain signals of speech-impaired people into language
चेन्नई. IIT Madras के शोधकर्ताओं ने बोलने में असमर्थ लोगो की मदद के लिए मस्तिष्क संकेतों को भाषा में परिवर्तित करने की AI तकनीक तैयार की है। इस तकनीक से पौधो में फोटो सिंथेसिस की प्रक्रिया और बाह्य कारको पर उसकी प्रतिक्रिया के प्राकृतिक संकतो को भी समझने में सहायता मिले सकेगी। आइआइटी मद्रास के मैकेनिकल विभाग की टीम, फ्ल्यूड सिस्टम लेबोरेटरी के विशाल नंदीगना के नेतृत्व में इस विषय पर शोध कर रही है।
मस्तिष्क के सिग्रल, सामान्य इलेकिट्रकल सिग्रल की तरह ही होते है। इन्हें गहन आलगोरिद्म और एआई की मदद से सरल मानव भाषा में परिवर्तित किया जा सकता है। नैनोपोर के भीतर नॉन फ्ल्यूडिक ट्रांसपोर्ट से संकेत प्राप्त कर , उसे एक्सपरीमेंटल इलेक्ट्रिकल सिग्रल में बदल कर उन्होंने इस अवधारणा का परीक्षण किया। प्रयोग में नैनोपोर में सलाइन सॉल्यूशन भरा गया था। विशाल ने बताया कि प्रयोग के परिणाम में हमें चार्ज कणों के प्रवाह को दिखाने वाला आयनिक करंट (प्रवाह) मिला। इन विद्युत चलित आयनो के संकेतो को मानवों की भाषा में परिवर्तित किया जा सकता है। ये हमें बता सकते है कि आयन हमसे क्या संवाद करना चाहते है। इस प्रयास में सफल होने के बाद हम न्यूरोलॉजिस्ट से इलेक्ट्रोफिजीकल डेटा प्राप्त करेंगे। जिससे हमें बोलने में असमर्थ लोगो के मस्तिष्क के संकेतो से जानकारी मिल सकेगी कि वे क्या बोलना चाहते है।
आइआइटी मद्रास के शोधकर्ता इस बात पर काम कर रहे हैं कि कैसे इन वास्तविक डेटा सिग्नल को मानव भाषा जैसे अंग्रेजी भाषा में डिकोड किया जा सकता है और वास्तविक डेटा सिग्नल की व्याख्या एक साधारण मानव भाषा के रूप में की जा सकती है जिसे सभी मानव समझ सकें।