बैनर की प्रथा की वजह से पहले ही राज्य ने कोयम्बत्तूर निवासी रघु नामक व्यक्ति को गंवा दिया था। उस प्रथा की वजह से शुभश्री को भी गंवाना पड़ गया है। लेकिन अब इस प्रथा को बंद कर लोगों को सुरक्षा देने का संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उन्होंने शुभश्री के परिजनों से मुलाकात की है। मैं जानता हूं मुलाकात एवं सांत्वना से भी उन लोगों का दुख दूर नहीं हो सकता, लेकिन फिर भी दुख दूर करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि शुभश्री के पिता ने मुझसे कहा है ऐसा कुछ करें कि उनकी बेटी की तरह अब किसी परिजनों को कुछ खोना न पड़े।
पीडि़ता के पिता के लिए यह भुलाना आसान नहीं है। यह पूछे जाने पर कि अवैध तरीके से बैनर लगाने के बाद भी
एआईएडीएमके के पूर्व पार्षद जयगोपाल अब तक गिरफ्तार नहीं हुए, के जबाव में स्टालिन ने कहा ये सब ड्रामा है। अगर सरकार चाहे तो उसे तुरंत गिरफ्तार करवा दिया होता लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। इससे पहले सीपीएम के राज्य सचिव के. बालकृष्णन ने भी पीडि़त परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी।