गिरफ्तार आरोपियों में
IIT रिसर्च सेंटर में काम करने वाला अरविंद (30) और गांजे का खरीदार सॉफ्टवेयर कंपनी का कर्मचारी कमला कण्णन (मडिपाक्कम निवासी) भी शामिल है। तीसरे आरोपी का नाम लिप्टन डोनी (अभिरामीपुरम निवासी) है। पुलिस टीम ने तरमणि के पिल्लैयार कोविल स्ट्रीट में एक घर में दबिश देकर तीनों को दबोच लिया।
पूछताछ में महत्वपूर्र्ण जानकारियां मिलने के साथ कई नाम भी सामने आए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। मोबाइल नेटवर्क से चल रहा था गांजे का गोरख धंधा :
तरमणि पुलिस की विशेष टीम को सूचना मिली कि इलाके में मोबाइल नेटवर्क की मदद से गांजे की तस्करी हो रही है। खबर मिलते ही पुलिस टीम तरमणि के पिल्लैयार कोविल स्ट्रीट पहुंची और वहां की गतिविधि पर कड़ी नजर बनाए रखी।
पुलिस टीम ने अभिरामीपुरम निवासी लिप्टन डोनी को देखा और उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ। कुछ देर बाद एक युवक बाइक से आया और दोनों वहां से तरमणि पिल्लैयार कोविल स्ट्रीट चले गए। पुलिस की टीम भी उनके पीछे-पीछे गई। कुछ दूर जाने के बाद दोनों आईआईटी रिसर्च सेंटर में काम करने वाले अरविंद के घर में घुस गए और बातें करने लगे।
उसी दौरान पुलिसकर्मी भी घर के अंदर घुस गए और घर की तलाशी ली। तलाशी में 1.5 किलो गांजा, तीस हजार रुपए और एक बाइक बरामद की गई। पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि घर अरविंद का था और लिप्टन डोनी और अरविंद मिलकर गांजा बेचते थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अरविंद और डोनी मोबाइल से गांजे का ऑर्डर लेते थे और खरीदार को अलग-अलग ठिकानों पर बुलाते थे ताकि उनकी गतिविधियों पर पुलिस को संदेह न हो।
पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर कमला कण्णन गांजा खरीदने आया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया।